Largest Ever Flying Animal: क्या आपको पता है कि दुनिया में सबसे बड़ा उड़ने वाला जानवर कौन सा है. यह सवाल सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहले पक्षी का ख्याल आया होगा और उसका नाम है शुतुरमुर्ग है. इसका वजन डेढ़ क्विंटल तक हो सकता है और इसकी ऊंचाई करीब पौने तीन मीटर है. इसके पंख करीब दो मीटर तक फैल सकते हैं, लेकिन यह एक पक्षी है, जानवर नहीं. चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन सा जानवर है. इसके लिए हमें वक्त के पहिए को पीछे घुमाना होगा और उनकी तलाश में सालों पीछे जाना होगा, जब धरती ऐसी नहीं थी.
कौन सा जानवर हवा में उड़ लेता है
धरती पर मिले जीवाश्म के आधार पर कहा जा सकता है कि यहां रहने सबसे बड़े उड़ने वाले जानवर करीब ढ़ाई करोड़ साल पहले रहते थे. अब तक का सबसे बड़ा उड़ने वाला जानवर एक विशालकाय बगुले की तरह था, जो कि पानी से शिकार को उठाता और हवा में उछाल देता था. क्वेटजालकोटलस नॉर्थ्रोपी एक टेरोसॉर था, जिसने लाखों वर्षों तक आकाश पर राज किया था. ये जमीन पर बगुले और आसमान में कोंडोर की तरह व्यवहार करते थे.
कितनी होती थी लंबाई-चौड़ाई
उनके पंखों की चौड़ाई एक छोटे एयरोप्लेन के जितनी थी. क्वेटजालकोटलस नॉर्थ्रोपी एक टेरोसॉर थे, जो 67 मिलियन साल पहले इस वक्त टेक्सास, यूएसए की ज्यादा नमी वाली जगह में रहते थे. शोधकर्ताओं की मानें तो इसके 11 मीटर लंबे पंखों का मतलब था कि इसे 2.5 मीटर तक हवा में कूदने के बाद इसे आकाश में उड़ने के लिए शक्तिशाली फ्लैप की जरूरत होती थी.
इतने भारी भरकम टेरोसारस
बीबीसी की मानें तो इसी नस्ल के कुछ और डायनासोर भी उड़ने वाले जानवरों में गिने जाते थे. इसकी वजह उनके पंखों का बड़ा और चौड़ा होना माना गया है. हालांकि उनके सही वजन का अंदाजा लगाना मुश्किल है, क्योंकि इनके पूरे जीवाश्म नहीं मिल पाए हैं. वैज्ञानिकों की मानें तो टेरोसारस डायनासोर्स का वजन 200 से 250 किलो रहा होगा और इनके पंख एक बस के करीब लंबाई जितने रहे होंगे. ये ज्यादा से ज्यादा 11 मीटर के रहे होंगे.
मांसपेशियों से बने होंगे पंख
वैज्ञानिकों का मानना है कि टेरोसारस अपने आगे के पैरों की मदद से ही हवा में छलांग लगाते रहे होंगे. उनकी हल्की हड्डियां उनको देर तक उड़ने में मदद करते रहे होंगे. उनका मानना है कि टेरोसारस के पर पंखों से नहीं बल्कि चमगादड़ की तरह मांसपेशियों से बने रहते होंगे, जो कि उनको उड़ने में सहायता करते हैं. हालांकि इतने बड़े जानवरों के उड़ने का दौर फिलहाल तो बीत गया है.