France Rafale Fighter Jet: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीतियों के कारण अब यूरोप के सभी बड़े देश रूस के खतरे को लेकर आशंकित हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों को अपनी सुरक्षा करने को कहा है. इसके बाद से ही यूरोपीय के सभी बड़े देशों ने रूस के खतरे से निपटने के लिए अपनी सुरक्षा तैयारियों को शुरू कर दिया है. वहीं, फ्रांस के आदेश पर डसॉल्ट एविएशन ने अपने राफेल फाइटर जेट के प्रोडक्शन को बढ़ा दिया है. ऐसे में डोनाल्ड की विदेश नीतियों के कारण भारत के दोस्त फ्रांस को काफी फायदा होने वाला है.

भारत के दोस्त फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार (18 मार्च) को कहा, “फ्रांस राफेल फाइटर जेट के ऑर्डर को बढ़ाने और उसके उत्पादन को और तेज करने जा रहा है.” इसके बाद डसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा, “साल 2020 से कंपनी की क्षमता प्रति महीने एक राफेल फाइटर जेट को बनाकर तैयार करने की थी, लेकिन इस साल यानी 2025 से कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ा दिया है. यानी अब कंपनी एक महीने में दो राफेल फाइटर जेट को बनाकर तैयार कर सकती है. वहीं, कंपनी अपने प्रोडक्शन को और तेज करने के लिए फाइटर जेट के पार्ट्स की आपूर्ति करने वाली सभी कंपनियों से भी बात कर रही है.”

डसॉल्ट एविएशन के सीईओ ने दिया बयान

डसॉल्ट एविएशन के सीईओ ने फ्रांसीसी ले जर्नल डु डिमांचे अखबार से कहा, “हम अगले साल से 3 और 2028-29 तक हर महीने 4 राफेल विमान का प्रोडक्शन करने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है.” उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रपति के आह्वान को सुना है और इसके तहत हम हर महीने 5 राफेल फाइटर जेट के प्रोडक्शन तक बढ़ने की संभावना पर काम रहे हैं. हालांकि अभी तक हमारे पास कोई बड़ा ऑर्डर नहीं है, लेकिन इसके लिए पहले से तैयार रहना चाहते हैं.”

ट्रंप की विदेश नीति से कई देश कैंसिल कर सकते हैं F-35 का ऑर्डर

अमेरिकी राष्ट्रपति की नीतियों के कारण कई देश अमेरिकी फाइटर जेट F-35 के ऑर्डर की समीक्षा कर रहे हैं. इस बीच जर्मनी ने शुक्रवार (21 मार्च) को कहा कि वह F-35 फाइटर जेट खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अब ऐसी अटकलें है कि जर्मनी एफ-35 खरीदने से पीछे हट सकता है, क्योंकि अब वो अपनी रक्षा आपूर्ति के लिए अमेरिका पर निर्भर नहीं रहना चाहता है.

वहीं, जर्मनी के अलावा इस लिस्ट में कनाडा और पुर्तगाल का नाम भी शामिल है. जहां कनाडा ट्रंप की टैरिफ पर तनाव और कनाडा को अमेरिका में मिलाने की धमकी को लेकर डील की फिर से समीझा कर रहा है. वहीं, पुर्तगाल भी F-35 की संभावित खरीद को लेकर फिर से जांच कर रहा है.

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