दुनिया में कई धातुएं ऐसी हैं जो सोने, प्लेटिनम और हीरे से भी कई गुना महंगी हैं. इनमें से कुछ की कीमत इतनी अधिक है कि महज एक मिलीग्राम की कीमत भी करोड़ों रुपये में होती है. इनमें से एक है रोडियम. रोडियम की खास बात ये है कि इसमें जंग नहीं लगता. इस मेटल का मूल्य गोल्ड से डेढ़ गुना ज्यादा होता है. सोने की उपलब्धता की तुलना में रोडियम अपनी दुर्लभता के चलते कम मात्रा में पाया जाता है. सोना से भी महंगा रोडियम की कीमत हाल के वर्षों में आसमान छू रही है जो 2024 में लगभग ₹12,416 प्रति ग्राम थी. ऑटोमोबाइल उद्योग में कैटलिस्ट कन्वर्टर्स और आभूषणों में सफेद सोने को चमकाने के लिए इसका उपयोग होता है. इसकी दुर्लभता और बढ़ती मांग इसे धातुओं का हीरा बनाते हैं. मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका और रूस में इसका खनन किया जाता है.

क्यों महंगारेडियम एक रेडियोएक्टिव धातु है जो प्राकृतिक रूप से यूरेनियम के अयस्क से बहुत कम मात्रा में पाया जाता है. इसे निकालना और शुद्ध करना बेहद जटिल और खतरनाक प्रक्रिया है. पृथ्वी पर इस धातु की कमी इसे बेहद मूल्यवान बनाती है और इसे आप आसानी से नहीं खरीदा जा सकता है. 

इस्तेमालइसका इस्तेमाल खुद से चमकने वाले पेंट, विमान की स्विच घड़ी की डायल न्यूक्लियर पैनल दंतमंजन बालों की क्रीम आदि में होता है. 19 वीं सदी में इसका इस्तेमाल चिकित्सा के क्षेत्र में हुआ चूंकि इसमें गामा किरणें निकलती हैं जिससे ये कैंसर जैसे घातक बीमारी के उपचार में कारगर होता है. आज इसका उत्पादन बहुत कम होता है, क्योंकि इसके उपयोग सीमित हैं और इसके रेडियोएक्टिव गुण स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. इसके रेडियोएक्टिव गुण स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं जिसके चलते बाद में इसका पेंट, कपड़े, दवाई में इस्तेमाल बंद कर दिया गया. इसे भी पढ़ें- थाईलैंड और कंबोडिया में जिस मंदिर को लेकर छिड़ी है जंग, उसका मालिक कौन?