रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की 15 अगस्त को देर रात(भारतीय समय के अनुसार) अलास्का में मुलाकात हुई. यूक्रेन जंग पर करीब 3 घंटे मीटिंग हुई. 2022 में युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका में पुतिन का पहला दौरा था. इस मुलाकात ने खूब सुर्खियां भी बटोरीं लेकिन इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया में खूब चर्चा है कि ट्रंप से असली नहीं बल्कि पुतिन के हमशक्ल ने मुलाकात की थी यानी उनके बॉडी डबल ने. चलिए जानते हैं कि किसी भी शख्सियत की बॉडी डबल कैसे बनाई जाती है और असली-नकली की पहचान कैसे होती है? पुतिन के बॉडी डबल की चर्चा

विश्व की कई मशहूर हस्तियों जैसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में अक्सर कहा जाता है कि उनके बॉडी डबल्स का इस्तेमाल होता है. बॉडी डबल्स को तैयार करना एक जटिल और गोपनीय प्रक्रिया है, जो मुख्य रूप से सुरक्षा और गोपनीयता के लिए की जाती है. सबसे पहले उस व्यक्ति की शारीरिक बनावट, चेहरे की संरचना और हाव-भाव से मिलता-जुलता व्यक्ति चुना जाता है. इसके लिए विशेषज्ञ टीमें काम करती हैं. जो चेहरों की समानता, कद-काठी और यहां तक कि चलने-बोलने के तरीके का विश्लेषण करती हैं. चुने गए व्यक्ति को फिर गहन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है. इसमें मूल व्यक्ति की आवाज, हाव-भाव और व्यवहार की नकल करना शामिल होता है. सर्जरी का भी होता है इस्तेमाल

कई बार कॉस्मेटिक सर्जरी या प्रोस्थेटिक मेकअप का सहारा लिया जाता है जिससे चेहरा और शारीरिक बनावट और भी समान हो जाए. आधुनिक तकनीक जैसे हाइपर रियलिस्टिक सिलिकॉन मास्क का भी इस्तेमाल होता है, जो इतने रियल लगते हैं कि इन्हें नजदीक से देखकर भी असली-नकली का अंतर समझना मुश्किल होता है. इसके अलावा, बॉडी डबल को मूल व्यक्ति के दैनिक जीवन, भाषण शैली और यहां तक कि छोटी-छोटी आदतों की जानकारी दी जाती है. खास तौर पर अगर बॉडी डबल का उपयोग सार्वजनिक कार्यक्रमों में किया जा रहा हो तो उनकी ट्रेनिंग में महीनों लग सकते हैं. उदाहरण के लिए कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन जैसे नेताओं के बॉडी डबल्स को उनके बोलने के लहजे, हाव-भाव और यहां तक कि उनके हस्ताक्षर तक की प्रैक्टिस कराई जाती है.

असली और नकली की पहचान कैसे करें?

असली और नकली की पहचान करना बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन कुछ तरीके हैं जिनसे सही गलत का अंदाजा लगाया जा सकता है. सबसे पहले चेहरे की बारीकियां देखी जा सकती हैं. उदाहरण के लिए, कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि पुतिन के कथित बॉडी डबल्स के गालों की बनावट या चेहरे की रेखाएं मूल पुतिन से अलग थीं. दूसरा तरीका है हाव-भाव और व्यवहार का अवलोकन. असली व्यक्ति की तुलना में बॉडी डबल के चलने, बोलने या प्रतिक्रिया देने का तरीका थोड़ा अलग हो सकता है.

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