गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और गाड़ियों में एसी चलने भी शुरू हो गए हैं. लेकिन, कई लोग पेट्रोल बचाने और कार का माइलेज सुधारने के लिए एसी नहीं चलाते हैं और पैसे बचाने के लिए एसी का इस्तेमाल कम करते हैं. मगर, सवाल ये है कि आखिर इस बात कितनी सही है कि जब कार में एसी चलाते हैं तो गाड़ी का माइलेज ज्यादा हो जाता है और एसी ना चलाने से फ्यूल की कितनी बचत हो सकती है. तो आज जानते हैं कि एसी का माइलेज से क्या कनेक्शन है...
पहले तो आपको सलाह देते हैं कि गर्मी के मौसम से पहले अपनी कार का एसी चेक करवा लें. इसके कम्प्रेशर की भी जांच जरुर करवाएं. अगर आप नियमित रुप से अपने ऐसी का चेकअप करवाते रहेंगे तो आपको बेहतर कूलिंग के साथ मेंटेनेंस भी बेहतर मिलेगा.
एसी से माइलेज पर कितना फर्क पड़ता है?
ऑटो एक्सपर्ट्स के अनुसार, आप कार में ज्यादा एसी चलाते हैं तो इससे कार के माइलेज पर सिर्फ 5 से 7 फीसदी तक का ही असर पड़ता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि एयर कंडीशनर काम करने के लिए इंजन से बिजली लेता है यह उस पर दबाव डालता है और उसे अधिक फ्यूल का उपयोग करने के लिए मजबूर करता है. अगर आप अपनी कार के एयर कंडीशनर को लगातार इसकी अधिकतम सेटिंग पर चलाते हैं तो यह औसत माइलेज रिटर्न 30% तक कम कर देता है.
हालांकि, जरूरत हो तो कार में एसी का इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत नहीं है, इसलिए आप अपनी जरुरत के एसी का इस्तेमाल कर सकते है. इसके लिए आपको कुछ खास टिप्स को जानना जरुरी है. जिससे आपका ऐसी भी सही काम करे और माइलेज भी.
शुरुआत में एसी को कम रखें
जब भी कार में एसी ऑन करें तो कम पर रखें यानी बहुत तेज न चलाएं. कुछ देर बाद एसी की स्पीड बढ़ा दें. ऐसा करने से एक तो आपकी कार जल्दी ठंडी होगी और साथ ही में देर तक कार में ठंडक बनी रहेगी. फिर आप चाहें तो एसी को कुछ देर के लिए बंद भी कर सकते हैं.
AC गर्म हवा को निकाल देगा बाहर
गर्मी में अगर कार में गर्म हवा हो तो ऐसे में ऐसी चलाते समय गाड़ी की विंडो को थोड़ा खोल दें. ऐसा करने से कार की गर्म हवा को ऐसी बाहर फेंक देगा और आपकी कार ठंडी हो जाएगी.
रिसर्कुलेशन मोड करें बंद
कार स्टार्ट होते ही रिसर्कुलेशन मोड को बंद कर दें. जिससे हवा वेंटिलेशन से बाहर निकल जाएगी. बाद में हवा ठंडी हो जाने पर रिसर्कुलेशन मोड ऑन कर दें. इससे कार के कैबिन की ठंडी हवा सर्कुलेट होती रहेगी और ज्यादा देर तक कुलिंग बनी रहेगी.