श्रद्धा मर्डर केस की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. ये वो ही केस है, जिसमें एक शख्स ने अपनी लिव-इन पार्टनर को जान से मारने के बाद लाश के 35 टुकड़े कर दिए और जंगल में फेंक दिया. इस मर्डर केस के बाद उन सभी मर्डर केस की बात हो रही है, जो काफी खतरनाक थे. यानी उन केस में विभत्स तरीके से हत्या की गई थी या हत्या के बाद लाश को साथ काफी बुरा बर्ताव किया था. इन केस में एक तंदूर कांड भी है. इस केस ने तंदूर कांड की फिर से याद दिला दी है, जिसमें भी एक शख्स ने अपने पार्टनर की हत्या कर दी थी. तो जानते हैं तंदूर कांड की क्या कहानी है, जिसमें निर्ममता की सभी हदें पार कर दी गई थीं. 


क्या था तंदूर कांड?
यह बात साल 1995 और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की है. जब दिल्ली के रहने वाले ही एक शख्स ने अपनी पत्नी की अवैध संबंध के शक में हत्या कर दी थी. मर्डर करने वाले शख्स का नाम था सुशील शर्मा और उनकी पत्नी का नाम था नैना साहनी. सुशील को अपनी पत्नी पर शक था और उसके इसके बदले गोल मारकर हत्या कर दी. इतना ही नहीं, सुशील ने अपनी पत्नी को मारने के बाद उनकी लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश की. ऐसे में लाश को ठिकाने के लिए उन्होंने एक दोस्त के होटल को चुना और उन्होंने लाश को तंदूर में जलाने की कोशिश की. कहा जाता है कि उसने तंदूर में लाश जलाने से पहले लाश को कई टुकड़ों में बांट दिया था.  


जब वो अपनी पत्नी की लाश को तंदूर में जला रहे थे, उस वक्त पुलिस को आग का शक हुआ. लेकिन, जब तहकीकात की गई तो पुलिस ने देखा कि नैना की लाश जली हुई फर्श पर पड़ी थी. फिर पत्ते खुलते गए और पूरा केस सामने आ गया. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सुशील फरार हो गया, हालांकि पुलिस ने उसे एक हफ्ते के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया. इस केस को भी क्राइम जगत के खतरनाक केसों में एक माना जाता है. इसके बाद सुशील को करीब 23 साल की सजा हुई. बता दें कि पहले सुशील शर्मा को दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई, जिसे बाद में आजीवन कारावास में बदल दिया गया और फिर 2020 में उन्हें रिहा कर दिया गया था. 


श्रद्धा मर्डर केस में क्या हुआ?
दरअसल, आफताब नाम का एक शख्स श्रद्धा के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहता था. लेकिन, बाद में दोनों में झगड़ा रहने लगा और साथ ही शादी के लिए दबाव बनाने का मामला भी सामने आ रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे परेशान आफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर हत्या कर दी. शव को 35 छोटे टुकड़ों में काटने और फ्रिज में रखने के बाद वह उन्हें फेंकने के लिए सुरक्षित स्थान खोजने लगा. उसने शरीर को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी टेलीविजन सीरीज 'डेक्सटर' से आया.


आरोपी ने शव के कटे हुए हिस्सों को रखने के लिए 300 लीटर वाला एक फ्रिज खरीदा और शव से आने वाली बदबू को दबाने के लिए अगरबत्तियों एवं रूम फ्रेशनर का उपयोग किया. कई दिनों बाद उसने शव के टुकड़ों को महरौली के जंगल में फेंक दिया. बता दें कि आफताब के गिरफ्तार होने के बाद 6 महीने बाद इस कहानी का पता चला है.


यह भी पढ़ें- लोग बोलते हैं- Playboy हो क्या? जानिए इसका मतलब क्या होता है और किन लोगों के लिए है ये वर्ड?