देश का मशहूर पान मसाला ब्रांड कमला पसंद अचानक से चर्चा में आ गया है. वजह है कमला पसंद कंपनी के मालिक कमल किशोर चौरसिया की बहू की आत्महत्या का मामला. जानकारी के मुताबिक, कमल किशोर चौरसिया की बहू दीप्ति चौरसिया ने दिल्ली के वसंत बिहार स्थित अपने घर पर मंगलवार शाम को सुसाइड कर लिया. पुलिस को उनका शव पंख से लटका मिला. पुलिस को एक डायरी भी मिली है, जिसमें लिखा है "अगर रिश्ते में प्यार नहीं, भरोसा नहीं तो फिर रिश्ते में रहने और जीने की वजह क्या है?"

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डायरी में लिखी इस बात ने इस केस को पेचीदा बना दिया है और लोग इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाह रहे हैं. इस बीच इंटरनेट पर तमाम लोग पान मसाला कमला पसंद ब्रांड को लेकर कई चीजें सर्च कर रहे हैं. लोग जानना चाह रहे हैं कि कमला पसंद बनाने वाली कंपनी और कौन-कौन से प्रोडक्ट बनाती है, इसकी कमाई कैसे और किस तरह होती है? 

कैसे हुई थी शुरुआत?

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मशहूर पान मसाला कंपनी कमला पसंद के मालिक कमल कांत चौरसिया का सफर जमीन से लेकर आसमान में पहुंचने जैसा है. कभी सड़क किनारे खुला पान मसाला बेचने वाली चौरसिया फैमिली आज अरबों की मामलि है. 1985 के आसपास चौरसिया परिवार ने घर पर ही पान मसाला बनाना शुरू किया था और काहू कोठी में एक गुमटी में इसे खुला बेचते थे. धीरे-धीरे उन्होंने माल मसाला के कारोबार को आगे बढ़ाया और एक के बाद एक कई ब्रांड आते चले गए. 

केपी ग्रुप ने बाजार में उतारे कई ब्रांड

कमल कांत चौरिसया की कंपनी केपी ग्रुप ने पान मसाला के कारोबार को इस तरह आगे बढ़ाया कि एक के बाद एक कई ब्रांड बाजार में उतारे. सन् 2000 में केपी ग्रुप के राजश्री गुटखा ने देशभर में खूब पहचान बनाई. इसके बाद कमला पसंद आया, जो पूरे उत्तर भारत में इतना मशहूर हो गया कि हर कोई इसका दीवाना हो गया. इसके अलावा केपी ग्रुप ने केपी सुरती और मधुबन पान मसाला जैसे प्रोडक्ट भी बाजार में उतारे. 

इस सेक्टर में भी आजमाया हाथ

केपी ग्रुप सिर्फ पान मसाला के कारोबार तक ही सीमित नहीं रहा. अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चौरसिया परिवार ने पान मसाला के कारोबार में धाक जमाने के बाद रीयल एस्टेट और लोहा कारोबार में भी हाथ आजमाया और उनका यह कारोबार भी खूब फला फूला. 

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