अबू धाबी में कराए गए अंतरराष्ट्रीय पावर स्लैप कॉम्पिटिशन 2025  में पंजाब के रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के जुझार सिंह ने इतिहास रचा. उन्होंने रूस के खिलाड़ी एंटोनी ग्लुशका को तीसरे राउंड में ऐसा सटीक और जोरदार थप्पड़ मारकर हराया. जिसका स्कोर 29 से 27 रहा और जुझार विजेता घोषित हुए. कॉम्पिटिशन के दौरान दूसरे राउंड में उनकी आंख पर भी चोट आई थी, पर वे हारे नहीं और तीसरे राउंड में पूरी ताकत से वार करके मैच जीता.

Continues below advertisement

इस जीत के बाद कहा जा रहा है कि जुझार दुनिया के पहले सिख और भारत के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस लेवल का पावर स्लैप  कॉम्पिटिशन जीता. इसके बाद से हर तरफ पावर स्लैप कॉम्पिटिशन को लेकर चर्चा तेज हो  गई है और लोग इसके बारे में जानना चहा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं कि पावर स्लैप कॉम्पिटिशन में कितनी तेज थप्पड़ मारना होता है और क्या इससे मौत हो जाती है. 

पावर स्लैप कॉम्पिटिशन में कितनी तेज थप्पड़ मारना होता है

Continues below advertisement

पावर स्लैप एक ऐसा कॉम्पिटिशन है जिसमें दो खिलाड़ी आमने-सामने खड़े होकर खुले हाथ से थप्पड़ मारते हैं. पावर स्लैप कॉम्पिटिशन में थप्पड़ मारने को लेकर अलग-अलग नियम होता है. यह मुकाबला राउंड में होता है. हर राउंड में दोनों खिलाड़ी बारी-बारी स्ट्राइकर और डिफेंडर बनते हैं. आज यह स्पोर्ट फॉर्म तेजी से फेमस हो रहा है. और अब इसे नियमों के साथ कराया जाता है. यह मैच में ज्यादा से ज्यादा 10 राउंड का हो सकता है.

इसमें वाइंड-अप  नियम होता है. जिसमें स्ट्राइकर पहले बताता है कि किस हाथ से और कितने विंड-अप के साथ वह मारना चाहता है. इसके बाद स्ट्राइकर के पास अपना थप्पड़ पूरा करने के लिए 30 सेकंड का समय होता है और थप्पड़ लगने के बाद डिफेंडर के रिकवरी का भी एक क्लॉक चलता है. वहीं गर डिफेंडर जमीन पर गिरता है और तुरंत खड़ा नहीं होता तो रेफरी 10 गिनती करता है और नॉकडाउन के नियम लागू होते हैं. 

क्या पावर स्लैप कॉम्पिटिशन से मौत हो जाती है

पावर स्लैप कॉम्पिटिशन में थप्पड़ बहुत तेज होते हैं. इतनी तेजी कि कॉम्पिटिशन में सिर झटक सकता है, आंखें बंद हो सकती हैं, चक्कर आ सकते हैं, और गंभीर स्थिति में बेसिक बेहोशी या चक्कर जैसा प्रभाव भी दिखता है. इसके कारण ब्रेन स्वेलिंग या ब्रेन हेमरेज हो सकता है. अगर किसी को पहले से ब्लड वेसल में दिक्कत है, तो झटके से वे फट सकते हैं और इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है. कुछ मामलों में स्लैप का तेज झटका  ब्लड वेसल में समस्या, ब्लड क्लॉट, या एंथ्रोम्बोटिक इवेंट को ट्रिगर कर सकता है.  

यह भी पढ़ें Silver Wire In Indian Currency: क्या भारतीय नोटों के बीच में चांदी का तार लगा होता है, जानें क्या है इसके पीछे का सच