इजरायल और ईरान के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है. इजरायल अपने पड़ोसी देशों से युद्ध खत्म करने को तैयार ही नहीं है. इसी बीच इजरायल ने फिर से 13 जून को ईरान पर बड़ा हमला किया है. बताया जा रहा है कि इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान और कई अन्य जगहों पर हमला किया है. इस हमले में इजरायल ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया है. जिसके बाद ईरान को काफी नुकसान हुआ है. इजरायल ने ईरान पर किए हमले को ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया. इस हमले को रोकने में ईरान असफल रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि ईरान के बाद कोई एयर डिफेंस सिस्टम नहीं है क्या जिससे वो खुद को इजरायल के हमले से बचा सके.
क्या होता है एयर डिफेंस सिस्टम?
एयर डिफेंस सिस्टम एक तरह की सैन्य तकनीक है, जो दुश्मन के हवाई हमलों से देश की रक्षा करता है. इसमें रडार, सेंसर, मिसाइल और गन सिस्टम का इस्तेमाल होता है, जो दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को पहचानकर उन्हें हवा में ही खत्म कर देता है. इस सिस्टम को एक ही जगह लगाया जा सकता है या फिर जरूरत पड़ने पर दूसरी जगह भी ले जाया जा सकता है. ये सिस्टम छोटे ड्रोन से लेकर बड़ी मिसाइलों तक को रोकने की ताकत रखता है.
यह सिस्टम चार हिस्सों में काम करता है. जिसमें पहले रडार और सेंसर दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन का पता लगाते हैं. इसके बाद कमांड और कंट्रोल सेंटर यह तय करता है कि किस खतरे पर पहले ध्यान देना है. फिर हथियार सिस्टम जो मिसाइलों को रोकने और खत्म करने का काम करते हैं. वहीं आखिर में मोबाइल यूनिट्स होती है जो जल्दी से कहीं भी तैनात की जा सकती हैं.
ईरान के पास ये है एयर डिफेंस सिस्टम
ईरान ने अपनी हवाई रक्षा को मजबूत रखने के लिए कई प्रणालियां बनाई हुई हैं. उनके पास रूस से खरीदा हुआ एक लंबी दूरी की वायु रक्षा प्रणाली एस-300 है. ये हाई एल्टीट्यूड विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को रोकने में सक्षम है. ईरान के पास लगभग 4-6 एस 300 बैटरी है. जो उसके प्रमुख शहरों और सैन्य ठिकानों की रक्षा करती है. उसके अलावा उनके पास बवर 373, खोरदाद-3 और 15, शाहीन और तिरान है. मगर इजरायल के निशाने इतने सटीक है कि उनसे कोई बच नहीं सकता है.
इजरायल के पास है आयरन डोम
इजरायल के पास आयरन डोम एक बेहद ताकतवर और खतरनाक एयर डिफेंस सिस्टम है. यह सिस्टम खुद तय कर लेता है कि कौन सी मिसाइल खतरनाक है और किसे रोका जाना चाहिए. आयरन डोम दुश्मन की मिसाइलों या लड़ाकू विमानों को हवा में मार गिराने के लिए बनाया गया है. हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार, इजरायल के पास एक और एयर डिफेंस सिस्टम है जिसका नाम डेविड स्लिंग है. इसकी रेंज 70 से 300 किलोमीटर तक है.