दुनिया भर के बड़े देश अब स्पेस टेक्नोलॉजी में खुद को किंग साबित करने की दौड़ में शामिल हैं. यही वजह है कि अब अमेरिका और रूस जैसे देश सैटेलाइट्स की मदद से अपनी स्पेस पॉवर बढ़ा रहे हैं. हालांकि, ये काफी खतरनाक है क्योंकि ये सैटेलाइट्स पृथ्वी के ऊपर मौत की तरह मंडरा रहे हैं. किसी भी देश की एक गलती और ये मौतरूपी सैटेलाइट्स आग के गोले में तब्दील हो जाएंगे और पूरे पृथ्वी पर बरसने लगेंगे. 


ये सवाल उठा कैसे


ये सवाल काफी समय से उठ रहा है, लेकिन नवंबर 2021 में रूस ने कुछ ऐसा किया कि सब हैरान हो गए. दरअसल, रूस ने अपनी एक मिलिट्री सैटेलाइट को धवस्त करने के लिए एक एंटी सैटेलाइट मिसाइल का इस्तेमाल किया और उसे मार गिराया. जैसे ही मिलाइल सैटेलाइट से टकराई सैटेलाइट में विस्फोट हुआ और उसके कई टुकड़े अंतरिक्ष में बिखर गए. ये काफी खतरनाक था और इससे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को भी काफी नुकसान हो सकता था. रूस के इस कदम ने ये दिखा दिया कि अगर भविष्य में कभी स्पेस वॉर शुरू हुई तो कैसे ये सैटेलाइट ही इंसानों के लिए मौत का सामान बन जाएंगी.


कैसा असर हुआ था रूस के अटैक का


साइंस अलर्ट पर छपी खबर के मुताबिक, जब रूस ने स्पेस में अपनी सैटेलाइट को उड़ाया था तो उससे लगभग 1500 डिबरीज़ 300 किलोमीटर के दायरे में फैल गई थीं. वहीं नासा के अनुसार, इस विस्फोट ने लाखों ऐसे छोटे छोटे कण अंतरिक्ष में बिखेर दिए थे जो लंबे समय तक स्पेस में तैयरती रहेंगी. यूएस स्पेस कमांड के कमांडर आर्मी जनरल जेम्स का मानना है कि इस तरह की हरकत बेहद बचकाना है. इससे पूरी दुनिया मुसीबत में पड़ सकती है. दरअसल, अगर इस सैटेलाइट के टुकड़े दूसरे सैटेलाइटों से टकराते तो भारी नुकसान होता. ना सिर्फ इससे सैटेलाइट प्रभावित होता, बल्कि पूरी मानव सभ्यता उससे प्रभावित हो जाती. ऐसा इसलिए क्योंकि आज दुनिया में ज्यादातर चीजें खास कर कम्युनिकेशन की चीजें सैटेलाइट से संचालित होती हैं और वो जब प्रभावित होतीं तो बहुत कुछ प्रभावित हो जाता.


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