बाइक का जबरदस्त क्रेज युवाओं में देखने को मिलता है. त्योहारी सीजन आते ही बाइक की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है. इस दौरान कंपनियां जमकर मुनाफा कमाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बाइक बेचकर कोई कंपनी कितने रुपये कमाती है?
भारत में बाइक का अरबों का कारोबार भारत में दोपहिया वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. बाइक बनाने वाली कंपनियां हर साल लाखों बाइकें बेचकर अरबों रुपये का कारोबार करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बाइक बेचकर कंपनी वास्तव में कितना मुनाफा कमाती है और हालिया जीएसटी दरों में बदलाव से उनकी कमाई पर क्या असर पड़ेगा? चलिए जानते हैं.
भारत का दोपहिया बाजार दुनिया में सबसे आगे बता दें कि भारत के जीडीपी में ऑटोमोबाइल सेक्टर की हिस्सेदारी 6 से 7.1 प्रतिशत तक है. जबकि मैन्युफैक्चरिंग में यह सेक्टर 49 फीसदी का योगदान देता है. ऐसे में वाहनों की बिक्री से देश की आर्थिक गतिविधियों को बल मिल रहा है. भारत का दोपहिया बाजार दुनिया का सबसे बड़ा है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 में 19.6 मिलियन बाइक्स बिकीं, जो पिछले साल से 9.1% ज्यादा है. हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, टीवीएस और होंडा जैसी कंपनियां इस बाजार की रीढ़ हैं.
कंपनियों को कितना फायदा होता है? SIAM के मुताबिक शोरूम में बिकने वाले वाहनों पर कंपनियों को 3 से 9 फीसदी तक का मुनाफा होता है जबकि सरकार ने 350 cc से कम क्षमता वाले दोपहिया वाहनों पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है. भारत में बाइक का बाजार मुख्य रूप से 350cc से कम क्षमता वाली मॉडल्स पर टिका है, जो कुल बिक्री का करीब 98 प्रतिशत हिस्सा हैं. उदाहरण के लिए, हीरो की स्प्लेंडर या बजाज की पल्सर जैसी बाइकें इनकी एक्स-शोरूम कीमत औसतन 80,000 से 1.5 लाख रुपये के बीच होती है. लेकिन कंपनी की कमाई सिर्फ बिक्री मूल्य से नहीं, बल्कि उत्पादन लागत, इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) और मार्जिन से तय होती है. जीएसटी कटौती के बाद फायदा या नुकसान? एक तरफ कम जीएसटी से बिक्री बढ़ेगी. विशेषज्ञों का अनुमान है कि फेस्टिव सीजन में दोपहिया बिक्री 15-20 प्रतिशत उछाल ले सकती है. हीरो और बजाज जैसी कंपनियां, जो 80 प्रतिशत से ज्यादा कम्युटर बाइकें बेचती हैं इन्हें वॉल्यूम बढ़ने से कुल मुनाफा बढ़ेगा. कम जीएसटी से उत्पादन लागत पर असर कम पड़ेगा, क्योंकि ऑटो पार्ट्स पर भी अब 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा . इससे सप्लाई चेन सस्ती होगी और आईटीसी का फायदा बढ़ेगा. नतीजतन, प्रति बाइक मुनाफा 1,000-2,000 रुपये बढ़ सकता है. हालांकि बड़ी बाइक कंपनियां जैसे रॉयल एनफील्ड को नुकसान हो सकता है उनके 350cc+ मॉडल पर 40% जीएसटी से कीमत 6-7% बढ़ेगी, जिससे बिक्री घट सकती है.
इसे भी पढ़ें: आखिर शुक्रवार को ही रिलीज क्यों होती है फिल्म, इसके लिए क्यों नहीं चुना गया शनिवार और रविवार?