आंध्रप्रदेश के तिरुपति में स्थित तिरुपति बालाजी वेंकटेश्वर भगवान का मंदिर है. जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. यहां भक्त दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं और भगवान को सोना, चांदी, जेवरात, पैसे चढ़ाते हैं. तिरुपति बालाजी मंदिर तिरुमाला की पहाड़ियों पर बना है. जिसे भगवान विष्णु के आठ स्यंभू मंदिरों में से एक माना जाता है. ये मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्पकला का नायाब नमूना है.


मंदिर दक्षिण द्रविड़ शैली में बना हुआ है. जिसके दाएं भाग में अनंदा निलियम में भगवान वेंकटेश्वर की सात फीट ऊंची प्रतिमा विराजमान है. खास बात ये है कि ये मूर्ति दाईं ओर स्थापित है लेकिन देखने में ये बीच में लगती है. भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए देश से लेकर विदेश तक के लोग आते हैं. उन्हें हर महीने चढ़ाया जाने वाला चढ़ावा सुनकर शायद आप भी चौंक जाएं.


हर महीने चढ़ता है इतना चढ़ावा?
तिरुपति मंदिर में आने वाले भक्त खूब दान करते हैं. वो अपने सिर के बालों से लेकर शरीर में पहनकर आए आभूषण भी दान कर देते हैं. कई भक्त तो किलो से सोना चांदी दान करते हैं तो कई खूब पैसे का दान करते हैं. इस मंदिर में हर महीने चढ़ाया जाने वाला चढ़ावा सुनकर शायद आप भी चौंक जाएं. तो बता दें हर महीने इस मंदिर में लगभग 54 करोड़ रुपए का दान दिया जाता है.


वहीं सालाना मंदिर में 650 करोड़ रुपए से अधिक का धन चढ़ाया जाता है. मौजूदा समय में मंदिर के पास लगभग 1 हजार किलो सोना, 12 हजार करोड़ रुपए की एफडी और 1100 से ज्यादा अचल संपत्ति है जो लगभग 8,088.89 एकड़ जमीन पर फैली हुई है, जिसमें कृषि भूमि और एसेसट्स शामिल हैं.                                       


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