भारत और पाकिस्तान में युद्ध विराम की घोषणा हो चुकी है. हालांकि सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान नहीं माना और उसने गोलीबारी की, जिसका उसको जमकर विरोध झेलना पड़ा है. पाकिस्तान ने भारत के शहरों पर ड्रोन हमले के अलावा मिसाइलों से भी हमले किए है, जिसको भारत के सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान ने राजौरी, पुंछ और जम्मू के इलाकों में गोलीबारी की जिसमें एक वरिष्ठ अधिकारी समेत पांच लोगों का निधन हो गया. इसके जवाब में भारत ने भी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के नूरखान, मुरीद चकवाल और रफीकी एयरबेस को निशाना बनाया. इस तनाव की बातें दुनियाभर में हुईं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान में कई बार तख्तापलट हो चुका है. चलिए जानें कि यह कब-कब हुआ.

पाकिस्तान में एक बार फिर से तख्तापलट की संभावना जताई जा रही है. पाकिस्तान के आर्मी चीफ फुल पावर में हैं और अनाप-शनाप कुछ भी बोल रहे हैं. इस वक्त न तो वह आसिफ अली जरदारी की बात सुन रहे हैं और न ही शहबाज शरीफ की मान रहे हैं. ऐसें में फिर से तख्तापलट हो सकता है. 

क्या होता है तख्तापलट

तख्तापलट शब्द का पहली बार इस्तेमाल 19वीं सदी में हुआ था. दरअसल उस समय अमेरिका, पुर्तगाल, स्पेन और लैटिन में तख्तापलट की कई घटनाएं देखने को मिली थीं. सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि तख्तापलट क्या होता है. यह वो परिस्थिति है जब किसी देश की सेना, अर्धसैनिक बल या फिर विपक्षी पार्टी वर्तमान सेना को हटाकर खुद सत्ता पर काबिज हो जाती हैं. सैन्य तख्तापलट में सेना सरकार को हटाकर एक दिखावटी असैन्य सरकार स्थापित कर देती है. 

पाकिस्तान में कब कब हुआ तख्तापलट

पाकिस्तान में तख्तापलट की स्थिति पहली बार नहीं है, वहां पहले भी ऐसा हो चुका है. पड़ोसी मुल्क में चार बार तख्तापलट हो चुका है. पहला तख्तापलट 1953-54 में हुआ था. इस दौरान गवर्नर-जनरल गुलाम मोहम्मद ने प्रधानमंत्री ख्वाजा नजीमुद्दीन की सरकार को बर्खास्त कर दिया था. वहीं दूसरा तख्तापलट 1958 में हुआ था, जब पाकिस्तानी राष्ट्रपति मेजर जनरल इस्कंदर अली मिर्जा ने पाकिस्तान की संविधान सभा और तत्कालीन फिरोज खान नून की सरकार को बर्खास्त किया था. 1977 में सेमा प्रमुख जनरल जियाउल हक के नेतृत्व में तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की सरकार गिराई गई थी. वहीं चौथा तख्तापलट 1999 में सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने किया था.

यह भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर क्यों पाले जाते हैं बाज, क्या होता है इनका काम?