Road Accidents: पूरे देशभर में हिट एंड रन पर बनाए गए कानून को लेकर बहस जारी है, इसे लेकर ट्रक ड्राइवरों ने चक्का जाम भी किया, जिसके बाद सरकार ने आश्वासन दिया है कि फिलहाल इसे लागू नहीं किया जाएगा. इस पूरे घटनाक्रम के बाद सड़क पर होने वाले हादसों का जिक्र होने लगा. भारत में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों का शिकार होते हैं. सड़क हादसों के आंकड़े काफी डराने वाले हैं. 


कानून के विरोध में प्रदर्शन
दरअसल सड़कों पर भारतीय न्याय संहिता के उस प्रावधान का विरोध हुआ, जिसमें सड़क दुर्घटना में हिट एंड रन मामलों के लिए अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा भारी जुर्माने का भी प्रावधान है. ये कानून हर तरह के वाहनों पर लागू होगा, हालांकि ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि इसका सबसे ज्यादा असर उन पर होगा. 


अब पहले आपको देश में हिट एंड रन के मामलों की संख्या बताते हैं. साल 2021 में हिट एंड रन के 57415 मामले सामने आए थे, जिसमें 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. साल 2022 में ये आंकड़ा बढ़कर 67,387 तक पहुंच गया, जिनमें 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई. भारत में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार तेजी देखी जा रही है. 


काफी चौंकाने वाला आंकड़े
अब अगर सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को देखें तो ये काफी चौंकाने वाला है. भारत में साल 2022 में कुल 4 लाख 61 हजार से ज्यादा सड़क हादसे हुए. जिनमें 1 लाख 68 हजार लोगों की मौत हो गई. इस साल रोज 1264 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 462 लोगों की मौत हो गई. हर घंटे के हिसाब के देखें तो 53 सड़क दुर्घटनाएं हर घंटे हुईं और इनमें से 19 लोगों की मौत हो गई. अब अगर हर मिनट सड़क दुर्घटनाओं को देखें तो भारत में हर एक मिनट में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत होती है. हर साल मौतों और सड़क दुर्घटनाओं का ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. 


ये भी पढ़ें - बर्फ का रंग सफेद ही क्यों होता है, लाल-पीला या नीला क्यों नहीं?