Sukhdev Singh Gogamedi Killing: राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा एक्शन लिया है. एनआईए की राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में 31 जगहों पर छापेमारी चल रही है. गोगामेड़ी की हत्या का केस हाल ही में एनआईए को सौंपा गया था. जयपुर में गोगामेड़ी की हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शूटर्स को राजस्थान पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. 


दरअसल, हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गोगामेड़ी की हत्या की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंप दिया था. इसकी वजह ये थी कि करणी सेना प्रमुख की हत्या में कई हाई-प्रोफाइल गैंगस्टर्स शामिल हैं. मामले को संभालने के बाद एनआईए ने संदिग्धों से पूछताछ भी की थी. राजस्थान समेत चार राज्यों में चल रही छापेमारी शूटर्स से हुई पूछताछ पर आधारित है. कुल मिलाकर 31 जगहों पर एनआईए के अधिकारी मौजूद हैं, जो मामले में छापेमारी करने में जुटे हुए हैं. 


गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी


राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर स्थित आवास पर 5 दिसंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. करणी सेना प्रमुख की हत्या उनके घर में सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सहयोगी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट पर गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. हत्या से कुछ महीने पहले रोहित गोदारा ने दुबई के नंबर से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को धमकी भरा कॉल किया था.


शूटर्स की हुई गिरफ्तारी


वहीं, दिल्ली क्राइम ब्रांच और राजस्थान पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में करणी सेना प्रमुख की हत्या के मामले में दो शूटरों, रोहित राठौड़ और नितिन फौजी और उनके एक सहयोगी उधम को 10 दिसंबर को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था. जयपुर पुलिस ने गोगामेड़ी हत्याकांड के साजिशकर्ताओं में से एक रामवीर जाट को भी गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी रामवीर जाट ने हत्या से पहले जयपुर में अपने दोस्त फौजी के लिए तैयारी की थी.


पुलिस ने बताया कि शूटर गोदारा के करीबी वीरेंद्र चौहान और दानाराम के संपर्क में थे, जिनके इशारे पर हत्या को अंजाम दिया गया. पुलिस के साथ गोलीबारी के दौरान गोगामेड़ी के आवास पर हमलावरों में से एक नवीन शेखावत भी मारा गया था. 


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