भारत या किसी भी अन्य देश में रहने वाला कोई भी शख्स जिंदगी में एक बार विदेश जाने का सपना जरूर देखता है. कई बार लोगों के रिश्तेदार भी विदेश में रहते हैं तो वे चाहते हैं कि चलो उनसे मिलकर आएं. लेकिन विदेश जाने के लिए वीजा और पासपोर्ट जरूरी होता है. पासपोर्ट तो मिल जाता है लेकिन सबसे ज्यादा कठिनाई वीजा मिलने में होती है. कुछ लोग विदेश जाकर कमाने के लिए इतने उत्सुक होते हैं कि वे डंकी रूट भी इस्तेमाल करते हैं जो कि एक अपराध है और खतरनाक भी है. अब सवाल यह है कि क्या अगर कोई जिस रास्ते से विदेश जाए तो उसे वापसी भी उसी रास्ते से करनी होती है? आखिर इसके लिए क्या नियम है.

हाल ही में पाकिस्तान लौटे थे कई लोग

हाल ही में जब पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने आदेश दिया कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को उनके वतन वापस लौटना होगा, तो इस आदेश का पालन सख्ती के करवाया गया. सैकड़ों की संख्या में भारत में रह रहे पातिस्तानी अपने देश वापस लौटे. इनमें से कुछ तो अपनी मर्जी से लौट गए वहीं कुछ लोगों को अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान भेजना पड़ा. इस दौरान कई लोग ऐसे रहे होंगे जो कि हवाई रास्ते से भारत आए होंगे लेकिन उनको अपने मुल्क तक जाने के लिए जमीनी रास्ता अपनाना पड़ा. 

भारत से पाकिस्तान जाने के कितने रास्ते

भारत से पाकिस्तान जाने की बात करें तो पड़ोसी मुल्क में जाने के लिए मुख्य रूप से दो वैध रास्ते हैं एक है सड़क मार्ग और दूसरा है हवाई मार्ग. सड़क मार्ग में अटारी और वाघा बॉर्डर मुख्य मार्ग है. इसके अलावा अगर किसी को हवाई मार्ग से आना हो तो कई विदेशी और घरेलू एयरलाइंस भारत और पाकिस्तान के बीच संचालित होती हैं. जिसमें दिल्ली, मुंबई, कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और कई अन्य शहरों के बीच की सीधी उड़ानें भी शामिल हैं. 

तो क्या वापसी भी उसी रास्ते के करनी होगी

पहलगाम हमले के बाद अभी सीधी उड़ाने चालू नहीं हैं. ऐसे में अगर कोई हवाई रास्ते से पाकिस्तान वापस गया होगा तो वह पहले किसी अन्य देश पहुंचा होगा, वहां से उसे पाकिस्तान के लिए फ्लाइट मिली होगी. ऐसे में अगर लोग फ्लाइट से जाते हैं तो आप अलग-अलग एयरपोर्ट पर उतर सकते हैं. अगर सड़क मार्ग से जाते हैं तो ज्यादातर देशों में एंट्री और एग्जिट के लिए एक या फिर दो ही रास्ते होते हैं. इसलिए यह जरूरी नहीं है कि आप जिस रास्ते से विदेश गए हैं आपको वापसी भी उसी रास्ते से करनी होगी. यह आपके ऊपर और कई बार देश की परिस्थिति पर भी निर्भर करता है कि आप सुरक्षित अपने देश तक कैसे पहुंचें.

यह भी पढ़ें: धरती के किस हिस्से में आने वाला है भूकंप? पृथ्वी डोलने से पहले ही बता देगा ISRO; क्या है पूरा मिशन