साल 2023 में आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड का एक फरमान बहुत चर्चा में था. इस फरमान के बाद अहमदिया मुसलमानों की चर्चा जोरों पर होने लगी थी. उस दौरान वक्फ बोर्ड ने अहमदिया मुसलमानों को काफिर बताया और कहां कि वे असल में मुसलमान नहीं हैं. हालांकि अहमदिया मुसलमान के प्रति यह सोच सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कई इस्लामिक देशों में भी मुसलमान उनको अपनी बिरादरी से बाहर का मानते हैं. आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड ने कहा था कि अहमदिया मुसलमानों को मुस्लिम नहीं माना जाएगा, लेकिन केंद्र का कहना था कि उनको काफिर घोषित करना गलत और गैर-कानूनी है. पर यह सवाल है कि आखिर अहमदिया मुसलमानों पर आम मुसलमान इस तरीके से भौहें क्यों तान लेते हैं. उनको वो आखिर क्यों अपनी बिरादरी का नहीं मानते हैं. 

कौन हैं अहमदिया मुसलमान

अहमदिया समुदाय को बनाने वाले मिर्जा गुलाम अहमद थे. यही वजह है कि कई बार उनको मानने वाले खुद को कादियानी भी कहते हैं. मार्च 1889 में गुलाम अहमद ने लुधियाना में एक बैठक रखी थी, यहां पर उन्होंने अपने खलीफा होने का एलान किया था. तभी वहां पर कई लोगों ने गुलाम अहमद की बात मानी और तब वहां पर अहमदिया की जमात बढ़ती चली गई. अहमदिया लोगों का मानना रहा है कि मिर्जा गुलाम अहमद खुद एक नबी का अवतार थे, हालांकि वो खुद कोई नई शरीयत नहीं लाए थे, लेकिन उनको नबी का दर्जा दिया गया था. जबकि बाकी मुसलमानों का मानना है कि पैगंबर मुहम्मद के बाद कोई नबी नहीं आया. 

देश में इनकी कितनी आबादी है

अलग-अलग आंकड़ों की मानें तो दुनिया में करीब 10-20 मिलियन अहमदिया होंगे. ये मुस्लिम आबादी का 1 प्रतिशत आंकड़ा है. पाकिस्तान में इनकी आबादी सबसे ज्यादा है, वहां पर ये 40-60 लाख के आसपास हैं. इसके बाद नाइजीरिया और फिर तंजानिया है. भारत-पाकिस्तान में इनका बहुत विरोध होता है, इसलिए बहुत सारे अहमदिया अफ्रीका में भी हैं. कहा जाता है कि पाकिस्तान में अहमदियों पर इतनी सख्ती है कि वहां शायद अपनी पहचान छिपाकर रखते हैं. 

भारत में कितने अहमदिया

भारत के मुसलमानों में अहमदिया समुदाय से नफरत उतनी तो नहीं है, लेकिन है जरूर. 90 के दशक में देवबंद समेत तमाम जगहों पर इनसे दूरी बरतने की अपील की जा चुकी है. इन पर हज जाना भी आधिकारिक तौर पर बैन है, क्योंकि सऊदी अरब भी उनको मुस्लिम नहीं मानता है. भारत में अहमदिया मुसलमानों के बारे में कोई सटीक आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन 2011 की जनगणना के अनुसाल भारत में उनकी संख्या 1 लाख के आसपास बताई गई थी. भारत में ज्यादातर अहमदिया मुसलमान पंजाब के कादियान कस्बे में रहते हैं, जो कि इनका एतिहासिक केंद्र है. 

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