Hardik Pandya-Natasa Stankovic Divorce: लंबे समय से हार्दिक पांड्या और नताशा स्टेनकोविच के बीच तलाक की खबरें थीं, हालांकि दोनों अबतक इस बात कि पुष्टि नहीं की थी, लेकिन अब हार्दिक पांड्या के एक पोस्ट ने दोनों के बीच तलाक की खबरों को कंफर्म कर दिया है. हार्दिक पांड्या ने खुद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक ऑफिशियल स्टेटमेंट लिखर इस बात की पुष्टि की है कि वो और नताशा तलाक ले रहे हैं. इस दौरान दोनों के बेटे अकस्त्य की जिम्मेदारी दोनों की होगी. हार्दिक के फैंस के लिए ये काफी शॉकिंग खबर है, ऐसे में सवाल ये उठता है कि हर साल भारत में तलाक के मामले क्यों बढ़ रहे हैं. चलिए इसके पीछे की पांच वजहें जानते हैं.

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क्यों भारत में बढ़ रहे तलाक के मामले?

हार्दिक पांड्या और नताशा के बीच तलाक की खबर ने सभी को हैरान जरुर कर दिया है, लेकिन देश में बढ़ते तलाक के मामलों को देखते हुए कुछ ही समय में तलाक हो जाना कोई नई बात नहीं है. देश में तलाक के बढ़ते मामलों में कुछ कारण ज्यादा खुलकर सामने आते हैं, जिनने तलाक की स्थिति बनती है. ऐसे में चलिए इन कारणों पर नजर डालते हैं.

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एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर तलाक के कारणों में से एक है. जब कोई व्यक्ति अपनी यौन या शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए रिश्ते से बाहर जाकर किसी दूसरे व्यक्ति से संबंध बनाता है, तो उसे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कहा जाता है. एक बार जब जीवनसाथी को धोखा महसूस होता है, तो उसके लिए फिर से भरोसा हासिल करना मुश्किल हो जाता है. ये देखा गया है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण 20-40% तलाक हुए हैं. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का मुख्य कारण इमोशनल अटेचमेंट की कमी भी बताई जाती है.

फाइनेंशियल परेशानी

यदि किसी जोड़े के बीच वित्तीय मामलों को लेकर विवाद होता है, तो इससे उनके बीच गंभीर परेशानियां पैदा हो जाती हैं. आंकड़ों के मुताबिक, 40% तलाक वित्तीय क्षेत्र में असंगति के कारण होते हैं. यदि पार्टनर के बीच इस बात को लेकर विवाद होता है कि पैसे कैसे खर्च किए जाएं, तो इससे शादी टूटने की नौबत आ जाती है. इसके अलावा, कभी-कभी यदि पत्नी पति से ज्यदा कमाती है, तो पति का घमंड बीच में आ जाता है और इससे शादी टूटने की नौबत आ जाती है. यही वजह है कि पार्टनर्स के बीच वित्तीय अनुकूलता होना जरूरी है. कई मामलों में इस तरह की वजहों में ही तलाक हो जाता है.

बातचीत की कमी

कई बार दो जोड़ों के एक-दूसरे से बातचीत की कमी के चलते ही तलाक की मौबत आ जाती है. किसी भी रिलेशनशिप में सभी तरह की बातें और एक-दूसरे को बातचीत के लिए समय देना जरुरी होता है.  65% तलाक खराब बातचीत के चलते ही हो जाते हैं. यही वजह है कि रिश्ते को बचाने के लिए सोच-समझकर बातचीत करना जरूरी है वरना ये तलाक के कारणों में से एक हो सकता है.

लगातार बहस होना

किसी भी रिश्ते को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए एक-दूसरे का विचारों का सम्मान करना भी जरुरी है. यदि ऐसा नहीं होता है तो ये तलाक की वजह बन जाते हैं. दरअसल कई मामलों में देखा गया है कि जब दो लोगों के बीच किसी टॉपिक को लेकर बहस चल रही हो तो वो बढ़ती जाती है और कई बार ये तलाक की वजह बन जाती है. लगभग 57.7% तलाक के मामले लगातार बहस के कारण होते हैं.

अवास्तविक उम्मीदें

अवास्तविक अपेक्षाएं रखना तलाक के कारणों में से एक हो सकता है. विवाह में पति-पत्नी को दूसरे साथी से कुछ अपेक्षाएं होती हैं. कभी-कभी साथी को दूसरे साथी से अवास्तविक अपेक्षाएं होती हैं और इससे दो लोगों के बीच बहुत तनाव पैदा होता है. दोनों के बीच अनुचित और अवास्तविक अपेक्षाएं रखना तलाक के प्रमुख कारणों में से एक हो सकता है.

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