अब तक आपने दुबई की बुर्ज खलीफा या सऊदी अरब में बन रही जेद्दा टॉवर जैसी गगनचुंबी इमारतों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी ऐसी इमारत की कल्पना की है जिसकी नींव धरती पर नहीं बल्कि अंतरिक्ष में हो? सुनने में भले ही यह बात किसी साइंस फिक्शन फिल्म जैसी लगे, लेकिन वैज्ञानिक और इंजीनियर अब स्पेस स्क्रैपर जैसी इमारतों की अवधारणा पर काम कर रहे हैं और यह सच हो सकता है. चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में.
एनालेम्मा टॉवर (Analemma Tower)
अंतरिक्ष में रखी जानी वाली इस इमारत का नाम Analemma Tower रखा गया है. इसका डिजाइन न्यूयॉर्क स्थित आर्किटेक्चर फर्म की तरफ से पेश किया गया है. इसमें यह प्रस्ताव रखा गया है कि इस इमारत की नींव धरती पर न रखकर अंतरिक्ष में स्थित एक क्षुद्रग्रह से लटकी होगी, जिसको Geosynchronous Orbit में स्थापित किया जाएगा. आपको बता दें कि यह टाॅवर ऊपर से नीचे की तरफ लटका होगा, जिसको क्षुद्रग्रह के किनारे से मजबूत केबल से जोड़ा जाएगा. इसको धरती के किसी भी हिस्से में स्थापित किया जा सकता है. इसे Universal Orbital Support System (UOSS) कहा जाता है, जो स्पेस एलिवेटर की कॉन्सेप्ट पर आधारित है. इसके लिए दुबई को चुना गया है.
क्या होगी खासियत
अगर इसकी खासियत की बात करें तो इसमें काफी अलग होगी. यह इमारत एक क्षुद्रग्रह से उच्च-शक्ति केबल्स के माध्यम से उल्टी लटकी होगी और इसका टॉवर लगभग 32 किलोमीटर ऊंचा होगा और यह एक आठ के आकार की कक्षा में पृथ्वी के चारों ओर घूमेगा, जिससे यह प्रतिदिन एक ही स्थान पर लौट आएगा. इसमें रहने के लिए विशेष सुविधाएं होंगी, जो पृथ्वी को देखने को नजरिया बदल देगा. हालांकि, अभी तक यह सिर्फ एक कल्पना है, इसको सच्चाई में बदलने के लिए कई तकनीक और स्पेस के मिशनों का सहारा लिया जाएगा. वर्तमान में उच्च क्वालिटी के केबल को विकसित कर पाना उतना संभव नहीं है. निकट भविष्य में इसके निर्माण की संभावना कम है.
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