भारत को गांवों का देश कहा जाता है. हमारे देश की आधी से ज्यादा आबादी अभी भी गांव में रहती है. गांव का नाम आते ही दिमाग में कच्चे घर, टूटी-फूटी सड़कें, गोबर के ढेर की तस्वीर सामने आने लगती है. लेकिन आज हम आपको देश के एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे जहां हर घर से कोई न कोई विदेश में रहता है और ये गांव देश का सबसे अमीर गांव माना जाता है. तो चलिए जानते हैं इस गांव के बारे में.
ये है भारत का सबसे अमीर गांव
हम बात कर रहे हैं गुजरात के आणंद जिले में स्थित धर्मज गांव की जिसे भारत का सबसे अमीर गांव कहा जाता है. यहां आपको कई प्राइवेट और सरकारी बैंक मिल जाएंगे. जहां लोगों के खाते में करोड़ों रुपये की रकम जमा मिलेगी. यहां से बाहर यानी विदेशों में बसे लोगों की संख्या इससे भी ज्यादा है. यही वजह है कि इसे NRI गांव कहा जाता है. भरपूर सुविधाओं से संपन्न है ये गांव
यहां के ज्यादातर लोग ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा ऑस्ट्रेलिया या फिर अफ्रीका में रहते हैं. खास बात ये है कि विदेशों में रह रहे लोग अपनी कमाई का कुछ पैसा अपने गांव के विकास के लिए भेजते हैं जिसके चलते आज धर्मज में चौड़ी सड़कें, साफ-सुथरा वातावरण, स्कूल- कॉलेज और हॉस्पिटल हैं. इतना ही नहीं इस गांव की अमीरी का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि यहां 11 बैंकों की शाखाएं भी हैं और बड़े-बड़े बंगलों की कतार भी. यहां की सड़कों पर मर्सिडीज, ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी कारें देखी जा सकती हैं, जो इसकी समृद्धि का प्रतीक हैं.
गांव के विकास के लिए पैसा भेजते हैं NRI
धर्मज गांव की अर्थव्यवस्था को खेती और अन्य स्थानीय व्यवसायों से भी बल मिलता है. यहां के लोग अपनी जड़ों से गहराई से जुड़े हैं और विदेशों से कमाई का एक बड़ा हिस्सा गांव के विकास में लगाते हैं. धर्मज में पाटीदार समाज के लोग सबसे ज्यादा रहते हैं इसके अलावा ब्राह्मण, दलिज, बनिया समाज के लोग भी यहां देखने को मिल जाएंगे. यहां हर साल 12 जनवरी को धर्मज डे मनाया जाता है. इस दिन धर्मज गांव के लोग जो अलग-अलग देशों में रहते हैं अपने गांव आते हैं.