भारत की प्राचीन कालगणना पद्धति अब आधुनिक तकनीक के साथ नई पहचान पा रही है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज मुख्यमंत्री निवास पर दुनिया की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और इसके मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया. यह घड़ी सिर्फ समय बताने तक सीमित नहीं है बल्कि तिथि, नक्षत्र, योग, करण, वार, मास, व्रत त्योहार और शुभ-अशुभ मुहूर्त जैसी जानकारी भी उपलब्ध कराती है. 

24 घंटे नहीं, 30 मुहूर्त में बंटा दि‍न

विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय काल गणना पर आधारित है. इसमें दिन को 30 मुहूर्तों में बांटा गया है, जहां सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक हर मुहूर्त लगभग 48 मिनट का होता है. इस तरह समय के साथ निर्धारण प्रकृति और पंचांग के अनुरूप किया जाता है. 

मोबाइल ऐप की अनोखी खूबियां 

इस घड़ी के साथ एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है. ऐप में महाभारत काल से लेकर 7000 वर्षों से ज्यादा का पंचांग शामिल हैं. इसमें 30 तरह के शुभ-अशुभ मुहूर्त, अलार्म की सुविधा, दैनिक सूर्योदय-सूर्यास्त की गणना, मौसम संबंधित जानकारी, तापमान, हवा की गति और आद्रता तक की डिटेल मिलती है. खास बात यह है कि यह एप 189 से ज्यादा वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है और स्मार्टफोन व स्मार्ट टीवी पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. 

उज्जैन से शुरू हुई थी यात्रा 

दुनिया की पहली वैदिक घड़ी की स्थापना महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी 2024 को की थी. वहीं से इसे देश-दुनिया में सराहना मिली और अब भोपाल में इसका ऐप और नई स्थापना की जा रही है. 

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