दिल्ली-एनसीआर भारत के सबसे व्यस्त और बड़ी आबादी वाले महानगरों में से एक है. यहां हर दिन लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह ट्रैवल करते हैं और दिल्ली के सांस्कृतिक महत्व की वजह से भी लाखों टूरिस्ट, चाहे वे देश के हों या विदेश के, दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों, प्रसिद्ध जगहों और यहां की संस्कृति को देखने के लिए आते हैं. इसमें एयरपोर्ट और हवाई कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यहां से न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय यात्राएं संचालित होती हैं, बल्कि पूरे उत्तर भारत की हवाई कनेक्टिविटी भी यहीं से नियंत्रित होती है. यही कारण है कि दिल्ली और उसके आसपास लगातार नए एयरपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं ताकि बढ़ती जनसंख्या, व्यापार, पर्यटन और फ्लाइट ट्रैफिक को बेहतर तरीके से संभाला जा सके.

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दिल्ली-एनसीआर में कितने एयरपोर्ट हैं?

पूरे दिल्ली-एनसीआर में तीन बड़े एयरपोर्ट हैं:

  • इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI)
  • हिंडन हवाई अड्डा (गाजियाबाद)
  • नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (जेवर).

नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अभी निर्माणाधीन है और इसके पूरा बनने के बाद यात्रियों के पास और ज्यादा विकल्प होंगे.

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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI)

यह दिल्ली का सबसे पुराना और सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है. यह दिल्ली के पालम इलाके में स्थित है. IGI एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह की उड़ानें संचालित होती हैं. इस एयरपोर्ट में तीन टर्मिनल हैं: T1, T2 और T3.

T1: मुख्य रूप से घरेलू और कम लागत वाली उड़ानों के लिए. इसकी क्षमता प्रति वर्ष लगभग 40 मिलियन यात्रियों की है.T2: पहले ज्यादातर हज यात्रियों और कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए उपयोग होता था. 2025 में मरम्मत के बाद इसे फिर से शुरू किया गया है.T3: यह IGI का सबसे आधुनिक टर्मिनल है. यहां अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों तरह की उड़ानें संचालित होती हैं. इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं, एयरोब्रिज और विशाल चेक-इन काउंटर हैं. 2024 में इस हवाई अड्डे से लगभग 7.78 करोड़ यात्रियों ने सफर किया था.

हिंडन एयरपोर्ट (गाजियाबाद)

हिंडन एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर के गाजियाबाद में स्थित एक छोटा लेकिन रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण पैसेंजर एयरपोर्ट है, जिसे भारतीय वायुसेना के हिंडन एयरबेस के साथ विकसित किया गया है. इसे IGI एयरपोर्ट के बढ़ते दबाव को कम करने और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए UDAN योजना के तहत शुरू किया गया था. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां भीड़ बहुत कम होती है, जिससे चेक-इन और सुरक्षा जांच तेजी से हो जाती है. एयरपोर्ट छोटा होने के बावजूद साफ-सुथरा, आधुनिक और नेविगेशन में आसान है.

पालम एयरपोर्ट

यह दिल्ली के सबसे महत्वपूर्ण एयरपोर्ट्स में से एक था, जिसे अब भारतीय वायुसेना उपयोग करती है. पालम वायुसेना स्टेशन का उपयोग अब वायुसेना के विशेष अभियानों, परिवहन और VIP मूवमेंट के लिए किया जाता है.

सफदरजंग एयरपोर्ट

सफदरजंग एयरपोर्ट दिल्ली का पहला पैसेंजर एयरपोर्ट था जिसकी शुरुआत 1962 में हुई थी. यह दिल्ली का एक ऐतिहासिक और पुराना हवाई अड्डा है जिसे कभी राजधानी का मुख्य एयरपोर्ट माना जाता था. IGI एयरपोर्ट बनने के बाद यहां से सभी कमर्शियल फ्लाइट्स बंद कर दी गईं. आज यह हवाई अड्डा मुख्य रूप से सरकारी विमानन गतिविधियों, VIP मूवमेंट, हेलीकॉप्टर ऑपरेशन, फ्लाइंग ट्रेनिंग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय व DGCA के कार्यालयों के लिए उपयोग होता है.

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