Dating Apps in India: डेटिंग ऐप पर प्यार हुआ, लिव इन रिलेशनशिप में आए और फिर हो गई हत्या. श्रद्धा मर्डर केस के यही 3 पहलू हैं. पुराने समय में कोई बड़ा समारोह, शादी का फंक्शन, त्योहार, स्कूल या कॉलेज जैसी जगहों पर ही युवा लड़के-लड़कियां एक-दूसरे से मिलते और दोस्ती करते थे. लेकिन, आजकल लड़का और लड़की एक दूसरे से मिलने के लिए डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने लगे हैं. आजकल बहुत से लड़के-लड़कियों की जिंदगी का अकेलापन Right Swap और Left Swap में ही बीत रहा है. ऐसे में आइए समझते हैं डेटिंग ऐप्स का गणित...



  • देश में 3 करोड़ से ज्यादा डेटिंग ऐप्स के यूजर्स

  • इन आंकड़ों में 67 फीसदी यूजर्स पुरुष हैं और 33 फीसदी यूजर्स महिलाएं हैं.

  • डेटिंग ऐप के एक सर्वे में यह बात भी सामने आई थी कि Gen Z यानी जिन लोगों का जन्म साल 2000 के बाद हुआ है उनमें से 10 में से 9 युवा डेटिंग ऐप के जरिए ही दोस्त तलाश रहे हैं.

  • कोरोना के बाद से युवाओं में डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल ज्यादा बढ़ गया है.

  • भारत में हर साल डेटिंग ऐप्स के सब्सक्रिप्शन से 515 करोड़ रुपये की कमाई होती है.

  • डेटिंग ऐप्स के सब्सक्रिप्शन के मामले में भारत में इसका दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार है.

  • देश में 2 करोड़ से ज्यादा डेटिंग ऐप्स के पेड सब्सक्राइबर्स हैं.

  • साल 2017 तक 25-34 आयु वर्ग के 52 प्रतिशत युवा डेटिंग ऐप पर सक्रिय थे.


पहचान करना है जरूरी
बेशक डेटिंग ऐप ने युवा लड़के-लड़कियों को दोस्ती करने का एक साधन दिया है. लेकिन, इन डेटिंग ऐप्स पर भी कई तरह के लोग आ गए हैं. कुछ यहां अच्छे मकसद से हैं तो कुछ लोग आपराधिक मानसिकता वाले भी होते हैं. ऐसे लोगों की पहचान करना ही सबसे बड़ा टास्क है.


खुद की सुरक्षा को दें प्राथमिकता
श्रद्धा के केस में भी दोनों की मुलाकात डेटिंग ऐप के जरिए ही हुई थी. ऐसे में इस मामले को देखते हुए आपको डेटिंग ऐप पर किसी भी अंजान व्यक्ति से दोस्ती बढ़ाते समय यह जरूर सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि कहीं वह आफताब जैसा तो नही है. किसी भी रिश्ते में परिपक्वता समय के साथ-साथ आती है, इसीलिए किसी भी रिश्ते में आगे बढ़ने में बहुत ज्यादा जल्दबाजी दिखाना मुश्किलें बढ़ा सकता है.


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