Moon Atmosphere: भारत चांद पर इतिहास रचने से बस एक कदम दूर है. चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही भारत चांद पर अपना परचम लहरा देगा, जिसके बाद चांद को लेकर तमाम तरह की जानकारियां जुटाई जाएंगीं. इसी बीच लोग सोशल मीडिया और गूगल पर तमाम तरह के सवालों का जवाब ढूंढ़ रहे हैं. इनमें से एक सवाल ये भी है कि क्या धरती की तरह चांद पर भी मौसम बदलता और बारिश होती है? हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं. 


धरती के मौसम पर चांद का असर
दरअसल चांद पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है. इसके वजूद से ही पृथ्वी पर जीवन है. यानी चांद हमारी धरती के लिए बेहद जरूरी है. धरती पर मौसम बदलने को लेकर भी चांद ही जिम्मेदार है. चांद के गुरुत्वाकर्षण बल से ही समुद्र में ज्वार उठता है. जिससे तापमान सामान्य रहता है और बारिश होती है. इस तरह चांद धरती पर मौसम को प्रभावित करता है. 


चांद पर इसलिए नहीं हो सकती बारिश
अब चांद पर मौसम बदलने की बात करें तो यहां कभी भी मौसम नहीं बदलता है. चांद का अपना कोई वायुमंडल नहीं है और पानी भी नहीं है. ऐसे में यहां न तो बादल बन सकते हैं और न ही बारिश हो सकती है. कोई वातावरण नहीं होने के चलते यहां हवा भी नहीं चलती है, यही वजह है कि कई सालों तक एस्ट्रोनॉट्स के पैरों के निशान मिटते नहीं हैं. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि उल्कापिंडों के टकराने से कुछ गैसें चांद पर मौजूद हो सकती हैं, जिससे उसका एक पतला और हल्का वातावरण हो सकता है. 


चांद पर एक दिन धरती के करीब 29 दिन का होता है. इसमें 14.5 दिन की रात और 14.5 दिन उजाला होता है. दिन के समय चांद का तापमान 200 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है, वहीं रात में ये माइनस 150 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता है. 


ये भी पढ़ें - Chandrayaan-3: भारत के चंद्रयान-3 मिशन के बीच अपने ही देश को कोस रहे पाकिस्तान के लोग, वीडियो हो रहे वायरल