कनाडा में भारतीय मूल की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने जब बीते मंगलवार को गीता पर हाथ रखकर कसम खाई तो उनके अंदाज का हर कोई दीवाना हो गया. हर कोई उनको देखता रह गया. वह कनाडा की विदेश मंत्री बनने वाली पहली हिंदू महिला हैं. अनीता पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं. उन्होंने पवित्र हिंदू ग्रंथ गीता पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ और कहा कि वह कनाडा की विदेश मंत्री चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हैं. लेकिन विदेश में गीता पर हाथ रखकर शपथ लेने वाली अकेली अनीता आनंद ही नहीं हैं, बल्कि कई और लोग भी कर चुके हैं. चलिए जानें कि और किन देशों में इस तरीके से गीता पर हाथ रखकर शपथ दिलाई जाती है.

अनीता आनंद के अलावा और किसने गीता पर हाथ रखकर खाई कसम

भगवद् गीता पर हाथ रखकर कसम खाने की प्रथा भारत के अलाला कुछ अन्य देशों में भी देखने को मिली है. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी गीता पर हाथ रखकर शपथ ली गई है. राजा कृष्णमूर्ति भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेस सदस्य हैं, जिन्होंने अमेरिकी संसद में भगवद् गीता का श्लोक पढ़ा था. वे एक द्विदलीय अंतर-धार्मिक प्रार्थना सभा का हिस्सा थे, लेकिन इस सभा में वे अकेले ऐसे शख्स थे जो कि हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इसके अलावा काश पटेल को जब अमेरिका में FBI का डायरेक्टर बनाया गया तो उन्होंने गीता पर हाथ रखकर पद और कर्तव्य निष्ठा की शपथ ली थी. 

किन देशों में देखने को मिला यह रिवाज

इसके अलावा ऋषि सुनक जो कि ब्रिटेन के पूर्व पीएम रह चुके हैं, उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स में गीता पर हाथ रखकर नेता विपक्ष के रूप में शपथ ली थी. गीता के प्रति उनका प्रेम दुनिया ने पहले भी देखा है. इसके अलावा कनिष्क नारायण, शिवानी राजा, तुलसी गबार्ड, सुहास सुब्रमण्यम, राजा कृष्णमूर्ति, वरुण घोष ने भी गीता पर हाथ रखकर शपथ ले चुके हैं. ऐसे में यह साफ हो चुका है कि विदेशी संसद जैसे अमेरका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन में भी गीता पर हाथ रखकर शपथ ली जा सकती है. 

हिंदू धर्म के लोगों को दिलाई जाती है शपथ

विदेशों में जो लोग हिंदू धर्म से हैं या हिंदू धर्म को मानते हैं और गीता को मानते हैं, उनको गीता पर हाथ रखकर शपथ दिलाई जाती है. ये उदाहरण बताते हैं कि गीता को विदेशों में भी पवित्र माना जाता है और इसे धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में देखा जाता है.

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