Air Force One Plane: भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली पहुंच रहे हैं. जब भी अमेरिकी राष्ट्रपति विदेश जाते हैं तो उनके साथ उनकी पूरी सिक्योरिटी भी पहुंचती है. इसके अलावा जिस प्लेन में अमेरिका के राष्ट्रपति उड़ान भरते हैं वो भी इतना हाईटेक है कि हवा में रहते हुए ही राष्ट्रपति तमाम काम कर सकते हैं, साथ ही इस प्लेन पर किसी भी तरह का हमला होना लगभग नामुमकिन सा है. आइए जानते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति के प्लेन 'एयरफोर्स वन' की क्या है ताकत और खूबियां...


कमांड सेंटर में बदल जाता है प्लेन
अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर जाने वाले प्लेन को अमेरिका में एयरफोर्स वन के नाम से जाना जाता है. ये प्लेन अपने आप में एक छोटा व्हाइट हाउस है. अमेरिका पर किसी भी तरह के हमले की स्थिति में ये प्लेन एक कमांड सेंटर में तब्दील हो सकता है, यानी हवा में रहते हुए ही प्रेसिडेंट तमाम तरह के फैसले और कमांड दे सकते हैं. 



  • एयरफोर्स वन को इस तरह के डिजाइन किया गया है कि इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स का असर नहीं होता है. जरूरत पड़ने पर हवा में ही इसकी रि-फ्यूलिंग हो सकती है.

  • एयरफोर्स वन में इतना सिक्योर कम्यूनिकेशन सिस्टम है कि इसे किसी भी हाल में तोड़ा नहीं जा सकता है. हजारों फीट की ऊंचाई से भी राष्ट्रपति किसी भी देश के साथ संपर्क कर सकते हैं. 

  • अमेरिकी राष्ट्रपति के इस खास प्लेन में एक सुईट भी होता है, जिसमें प्रेसिडेंट का बड़ा ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम भी शामिल है. 

  • एयरफोर्स वन में एक मेडिकल रूम भी होता है, जिसमें हमेशा एक डॉक्टर होता है जो किसी भी तरह की सर्जरी या ऑपरेशन कर सकता है. विमान में दो किचन मौजूद हैं, जिनसे एक वक्त में 100 लोगों को खाना खिलाया जा सकता है. 

  • एयरफोर्स वन के पीछे हमेशा एक दूसरा विमान चलता है, जिसे डूम्सडे प्लेन कहते हैं. इस प्लेन में न्यूक्लियर बंकर और कमांड सेंटर होता है. ये किसी भी न्यूक्लियर अटैक को रोकने में सक्षम है.


एस्केप पॉड को लेकर कंफ्यूजन
अमेरिकी राष्ट्रपति के प्लेन को लेकर बनाई गई फिल्म एयरफोर्स वन में कई तरह की जानकारी सामने आई थी, इसमें दिखाया गया था कि इस प्लेन में एक कैप्सूल होता है, हमले की स्थिति में राष्ट्रपति इस कैप्सूल में बैठते हैं और जमीन पर गिरने के बावजूद सुरक्षित रहते हैं. बाद में एयरफोर्स की तरफ से इसे नकार दिया गया था. हालांकि बताया जाता है कि इस तरह के कई हाई सिक्योरिटी फीचर इस प्लेन में हो सकते हैं, जिन्हें सुरक्षा कारणों के चलते लीक नहीं किया जा सकता है. यही वजह है कि सुरक्षा तकनीक को लेकर एयरफोर्स वन की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. 


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