Air India Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद से एक बेहद दर्दनाक खबर आई है. एयर इंडिया का विमान जो यात्रियों को ले जा रहा था. वह अहमदाबाद के मेघानी इलाके में क्रैश हो गया है. इस प्लेन क्रैश के बाद आसमान में धुआं ही धुंआ नजर आ रहा है. इस प्लेन हादसे में जान माल का कितना नुकसान हुआ है. फिलहाल इस बारे में  जानकारी निकलकर सामने नहीं आ पाई है. आपको बता दें जैसे ही कोई प्लेन क्रैश होता है. उसके तुरंत बाद इस खास चीज को खोजा जाता है. चलिए आपको बताते हैं क्या होती है यह खास चीज और इस चीज को कौन लेकर जाता है. 

प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले खोजी जाती है यह चीज

कहीं भी जब किसी तरह का कोई प्लेन क्रैश होता है. तो सबसे पहले उस प्लेन के क्रैश होने की वजह को पता किया जाता है. इसके लिए पूरे प्रोटोकॉल फॉलो किए जाते हैं. प्लेन क्रैश होने के तुरंत बाद वहां लोकल प्रशासन, सुरक्षा बल और फायर डिपार्मेंट जैसी इमरजेंसी सर्विसेज पहुंच जाती हैं.

 

प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले उसके ब्लैक बॉक्स  को ढूंढा जाता है. जिसे फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) भी कहा जाता है. यह एक तरह से रिकॉर्डिंग डिवाइस होता है. जिसमें प्लेन की उड़ान के दौरान कॉकपिट की बातचीत और उड़ाने का डाटा रिकॉर्ड होता है. 

कौन खोजता है ब्लैक बॉक्स?

प्लेन क्रैश होने के बाद ब्लैक बॉक्स उस क्रैश से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए एक बेहद जरूरी और सबसे महत्वपूर्ण चीज बन जाता है. प्लेन क्रैश के बाद इसकी जांच के लिए स्पेशली ट्रेंड एयर क्रैश इन्वेस्टिगेशन टीम तैयार की जाती है. जो कि ब्लैक बाॅक्स को भी ढूंढने का काम करती है. भारत में नागर विमानन महानिदेशालय और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की ओर से यह टीमें भेजी जाती हैं. जिसमें कई बार सुना या विशेष बचाव दलवी सहयोग करते हैं.

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कैसे खोजा जाता है ब्लैक बॉक्स?

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आता हैै. प्लेन क्रैश में जब पूरा प्लेन बुरी तरह तबाह हो जाता है. तो ऐसे में ब्लैक बॉक्स कैसे बच जाता है. आपको बता दें ब्लैक बॉक्स को इसलिए कुछ नहीं होता है क्योंकि यह टाइटेनियम से बना होता है और यह हादसे के दौरान भी सुरक्षित रहता है. ब्लैक बॉक्स को सुरक्षित रखने के लिए इसे एक मजबूत बॉक्स में रखा जाता है. 

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ब्लैक बॉक्स में खास तरह का लोकेटर बीकन लगा होता है. जो कि क्रैश होने के 30 दिन बाद तक सिग्नल भेजता रहता है. अगर कोई प्लेन जमीन पर क्रैश हुआ है. तो प्लेन के मलबे को हटाकर इसे ढूंढा जाता है. बता दें पानी में होने पर भी यह सिग्नल भेजता रहता है.  

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