P-20 Meeting: जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद अब राजधानी दिल्ली में पी-20 की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. ये सम्मेलन 13 और 14 अक्टूबर को दिल्ली के द्वारका में बने नए कन्वेंशन सेंटर यशोभूमि में होगा. जी-20 की ही तरह इसके लिए भी दिल्ली को सजाया गया है, खासतौर पर द्वारका के पूरे इलाके में खास तैयारियां की गई हैं. यानी आपको राजधानी की कई सड़कों पर जी-20 जैसा ही नजारा देखने को मिल सकता है. 


क्या है पी-20 बैठक?
अब पहले ये जान लेते हैं कि ये पी-20 आखिर है क्या? दरअसल ये समिट भी जी-20 से जुड़ा हुआ है. जी-20 में शामिल तमाम देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारी इस बैठक में शामिल होते हैं. यहां P का मतलब पार्लियामेंट है. इसके अलावा आमंत्रित देशों के पीठासीन अधिकारी भी इसमें हिस्सा लेते हैं. भारत की संसद की अध्यक्षता में जी-20 देशों की संसदों के अध्यक्ष तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. हर साल जी-20 के बाद ये पी-20 बैठक होती है. इस बार भारत इसकी मेजबानी कर रहा है. ये 9वां पी-20 सम्मेलन है, जो भारत में आयोजित किया जा रहा है.


इन मुद्दों पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार 13 अक्टूबर को जी20 सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारियों की बैठक ‘पी-20’ का उद्घाटन करेंगे. जिसमें लैंगिक समानता, पर्यावरण, लोकतंत्र की शक्ति, महिला नेतृत्व विकास, हरित ऊर्जा और ऐसे ही कई महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. 


इस बार भारत में होने वाले इस पी-20 सम्मेलन की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम- एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य के लिए संसद’ है. भारत की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस समिट में हिस्सा लेंगे. इसी तरह बाकी देशों के संसदों के प्रमुख भी बैठक में शामिल होने के लिए भारत पहुंच रहे हैं. जिनके स्वागत के लिए पहले से ही तमाम तरह की तैयारियां हो चुकी हैं. साथ ही सुरक्षा के भी तमाम पुख्ता इंतजाम दिल्ली में किए गए हैं. 


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