विश्व के लगभग हर देश की कोई न कोई राजधानी है. जहां उस देश के जरूरी कार्यालय होते हैं, लेकिन क्या आप एक ऐसे देश को जानते हैं जिसमें जाकर कोई उसकी राजधानी के बारे में ही नहीं पूछता. अब आप सोचेंगे लेकिन ऐसा क्यों. तो बता दें कि इस देश की कोई राजधानी ही नहीं है. इस देश का नाम है नाउरू. 


क्यों नहीं है कोई राजधानी?
हर किसी के मन में अब ये सवाल उठा होगा कि आखिर इस देश में कोई राजधानी क्यों नहीं बनाई गई. तो बता दें कि ये छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बना एक देश है. जिसे दुनिया का सबसे छोटा द्वीपीय देश भी कहा जाता है. ये देश माइक्रोनेशिया दक्षिण प्रशांत महासागर मेें स्थित है. जिसे नॉरू के नाम से भी जाना जाता है.


सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य
नाउरू विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य है. ये देश 21 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. नाउरू दुनिया का एकमात्र ऐसा गणतांत्रिकत देश है जिसकी अबतक कोई राजधानी नहीं है. यहां साल 1907 से फॉस्फेट का खनन किया जा रहा है.


कब बसा था ये देश
नाउरू 3 हजार ससाल पहले माइक्रोनेशिया और पॉलिनेशियन द्वारा बसाया गया था. धीरे-धीरे इसकी आबादी तो बड़़ी लेकिन बाकि देशों को देखते हुए आज के समय के मुकाबले इसकी आबादी काफी कम है. कहा जाता है पारंपरिक रूप से यहां 12 कबीले राज करते थे. इसका असर देश के झंडे पर भी दिखाई देता है. यहां आय का मुख्य जरिया फॉस्फेट खनन हुआ करता था, लेकिन ज्यादा माइनिंग होने के कारण वो भी खत्म हो गया. अब यहां के लोग नारियल का उत्पादन करके जीवन यापन करते हैं.


ओलंपिक में भी भाग लेता है देश
इस देश की आबादी ज्यादा नहीं है और ये देश भी काफी छोटा है बावजूद इसके नाउरू ओलंपिक और राष्टमंडल खेलों में भाग लेता है. इस देश के निवासियों को नाउरून कहा जाता है और इस देश की राष्ट्रीय मुद्रा ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है.


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