Tallest Lord Ram Statue: गोवा की चमकती रेत, समुद्री हवाओं की खनक और पुर्तगाली स्थापत्य की चमक के बीच आज एक ऐसा अध्याय जुड़ने जा रहा है, जिसकी गूंज आने वाले वर्षों तक पूरी दुनिया सुनेगी. पहली बार यह तटीय प्रदेश आध्यात्मिक पहचान की नई ऊंचाई को छूने जा रहा है, क्योंकि गोवा अब केवल बीच और पार्टी का ठिकाना नहीं, बल्कि भगवान राम की दुनिया की सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा का घर भी बनेगा. सवाल यह है कि गोवा में यह स्थापना आखिर किस तरह वैश्विक धार्मिक मानचित्र को बदलने वाली है?
गोवा में भगवान राम की 77 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण
अयोध्या के राम मंदिर में धर्मध्वजा फहराने के ठीक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गोवा में 77 फीट ऊंची भगवान राम की भव्य कांस्य प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे हैं. इस ऐतिहासिक क्षण को और अधिक विशेष बनाता है वह स्थान, जहां यह प्रतिमा स्थापित की जा रही है, गोवा का गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ, जो इस वर्ष अपने शानदार 550 वर्ष पूरे कर रहा है.
गोवा, जिसे अक्सर ईसाइयों का गढ़ माना जाता है, वहां भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा का स्थापित होना अपने आप में सांस्कृतिक सामंजस्य की मिसाल बन रहा है. समुद्र से उठती हवा और हरे-भरे पश्चिमी घाटों की पृष्ठभूमि इस प्रतिमा को एक अलग आभा प्रदान करेगी, जो आने वाले समय में गोवा की नई पहचान का चेहरा बनने वाली है. आइए इसी क्रम में यह जान लेते हैं कि आखिर किन देशों में भगवान राम की प्रतिमा लगी है और कौन सी प्रतिमा सबसे ऊंची है.
दुनिया में कहां-कहां स्थापित हैं भगवान राम की प्रतिमाएं?
भगवान राम का प्रभाव केवल भारत तक सीमित नहीं है. दक्षिण-पूर्व एशिया से लेकर यूरोप और अमेरिका तक, कई देशों में राम की मूर्तियां, मंदिर और सांस्कृतिक प्रतीक स्थापित हैं. रामायण की परंपरा इंडोनेशिया, थाईलैंड, कम्बोडिया और नेपाल की संस्कृति में गहराई तक रची-बसी है.
इंडोनेशिया के बाली में राम की कई छोटी-बड़ी मूर्तियां मिल जाती हैं. थाईलैंड के बैंकॉक में भी भगवान राम की गाथा ‘रामाकियन’ के रूप में जानी जाती है और वहां की कई कलाकृतियों में राम का स्वरूप दिखाई देता है. कम्बोडिया के अंकोर वाट मंदिर परिसर में रामायण के कई दृश्य उकेरे गए हैं. नेपाल में जनकपुर तो स्वयं सीता माता की जन्मभूमि होकर राम की स्मृतियों को जीवित रखता है.
सबसे ऊंची राम प्रतिमा कौन सी?
दुनिया भर में जहां-जहां भगवान राम की मूर्तियां स्थापित हैं, उनमें ऊंचाई के आधार पर गोवा की यह नई 77 फीट ऊंची प्रतिमा अब शीर्ष स्थान पर पहुंचने वाली है. इससे पहले नेपाल में राम की कुछ ऊंची प्रतिमाएं मौजूद थीं, लेकिन वे 30 से 40 फीट की ऊंचाई के आस-पास मानी जाती हैं.
गोवा की प्रतिमा न केवल ऊंचाई में सबसे विशाल होगी, बल्कि अपनी कलात्मक नक्काशी, धातु कला और आध्यात्मिक प्रतीकात्मकता के कारण भी यह अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करेगी. इसे विशेष तकनीक के साथ तैयार किया गया है ताकि समुद्री प्रदेश की आर्द्रता और नमक भरी हवाओं का असर लंबे समय तक प्रतिमा पर न पड़े.
गोवा की नई पहचान
गोवा का नाम सुनते ही अब तक बीच, किले, कैथेड्रल और नाइटलाइफ की छवि सामने आती थी, लेकिन अब यह लिस्ट बदलने जा रही है. 77 फीट ऊंची भगवान राम की यह प्रतिमा गोवा को धार्मिक पर्यटन के नए केंद्र के रूप में भी स्थापित कर सकती है.