भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) का 26 दिसंबर 2024 को 92 साल की उम्र में निधन हो गया, उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध शमशान घाट पर किया गया था.

दावा: मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के वीडियो की एक छोटी क्लिप को शेयर कर सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि उनकी अंतिम यात्रा में 100 लोग भी शामिल नहीं थे.

 

इस पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

 

(सोर्स - X/स्क्रीनशॉट)

क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम यात्रा का अधूरा वीडियो गलत दावे से वायरल है.

  • पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेता दिवंगत मनमोहन सिंह की शव यात्रा में शामिल हुए थे.

  • मनमोहन सिंह की यात्रा में हजारों लोगों की भीड़ शामिल थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया ? सबसे पहले हमने इस बात की जांच की कि यह वीडियो मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा का है या नहीं

  • इसके लिए हमने इस क्लिप से कीफ्रेम निकाल उन्हें मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के प्रसारण से मिलाया.

  • मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा का लाइव प्रसारण कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल समेत कई अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया गया था.

  • पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि शव यात्रा के पीछे गाड़ियों का काफिला मौजूद है जबकि वायरल वीडियो में गाड़ियों का यह काफिला नजर नहीं आता है.

 

एक ही जगह पर दोनों वीडियो को मिलाने पर हमने यह अंतर पाया

 

(सोर्स - स्क्रीनशॉट/Altered By Quint)

The PrintCongress और DD News की LIVE स्ट्रीम पर देखा जा सकता है कि मनमोहन सिंह की शवयात्रा के दौरान AICC के दफ्तर से निगमबोध घाट तक भारी भीड़ मौजूद थी.

 

मनमोहन सिंह की शव यात्रा में मौजूद राहुल गांधी, गाड़ियों का काफिला और सुरक्षाकर्मी.

 

(सोर्स - PTI/स्क्रीनशॉट)

इसके सिवा PTI की इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा में राहुल गांधी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.

निष्कर्ष: मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के अधूरे वीडियो को इस भ्रामक दावे के शेयर किया जा रहा है कि सुरक्षा कर्मियों को हटा दें तो मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा में 100 लोग भी शामिल नहीं थे.

[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले The Quint पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]