फैक्ट चैक

निर्णय [भ्रामक]

वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि अप्रैल 27 को यूपी के कन्नौज में रोड शो के दौरान लोग सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर फूल मालाएं बरसा रहे थे.

दावा क्या है?

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के रोड शो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने प्रचार वाहन पर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते दिख रहे हैं. वीडियो पर 'कन्नौज लाइव' लिखा है. इस वीडियो के ज़रिये दावा किया जा रहा है कि प्रचार के दौरान जनता ने उन पर चप्पल-जूते फेंके. 

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 'टाइम्स ऑफ़ बीएसपी' नाम के एक हैंडल ने वीडियो के साथ कैप्शन दिया, "एक सभा में स्वामी प्रसाद मौर्य के ऊपर जूता चलने के बाद अभी अखिलेश यादव के ऊपर उनके रैली में जूता चल गया. जनता इनका सच जान चुकी है कि कैसे भाजपा की मदद कर रहे हैं ये. सब 2027 के प्लानिंग के तहत किया जा रहा है." पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही दावों के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, वायरल दावा भ्रामक है. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रोड शो के दौरान लोगों ने जूते-चप्पल नहीं बल्कि फूल-मालाएं फेंककर अखिलेश यादव का स्वागत किया था.

हमने सच का पता कैसे लगाया?

वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हम पाते हैं कि इसपर इंस्टाग्राम लोगो के साथ ‘@vikashyadavauraiyawale’ लिखा नज़र आ रहा है. आमतौर पर, ऐसा तब होता है जब मूल वीडियो को किसी इंस्टाग्राम यूज़र के अकाउंट से डाउनलोड किया जाता है. इससे हिंट लेकर, हमने इंस्टाग्राम पर उसी यूज़रनेम को सर्च किया तो हमें विकास यादव नाम के व्यक्ति का अकाउंट मिला. हमें इस अकाउंट पर  मई 2, 2024 को वायरल हो रहा वीडियो (आर्काइव यहां) अपलोड हुआ मिला. 

ये वीडियो वायरल पोस्ट से थोड़ा बेहतर क्वालिटी का है. हमने इस वीडियो को स्लो डाउन किया तो सामने आया कि लोगों ने अखिलेश यादव की तरफ़ फूल मालाएं फेंकी थीं. पूरे वीडियो में हमें कहीं भी जूते या चप्पल नहीं दिखे.

तस्वीरों में फूल मालाएं साफ़ नज़र आ रही हैं. (सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)

वीडियो कब और कहां का है?

हमने वायरल वीडियो मिली से जानकारी के आधार पर खोजबीन की, तो समाजवादी पार्टी के यूट्यूब चैनल पर 27 मई 2024 को लाइव स्ट्रीम किया गया एक वीडियो (आर्काइव यहां) मिला, जिसमें सफ़ेद और लाल साड़ी पहनी एक महिला, जोकि कन्नौज लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभाओं में से एक — बिधूना — की सपा विधायक रेखा वर्मा हैं, अखिलेश यादव के साथ दिख रही हैं. उन्हें वायरल वीडियो में 10 सेकंड की समयावधि पर भी देखा जा सकता है.

वायरल वीडियो, यूट्यूब वीडियो और एक्स पोस्ट में दिखाई दी महिला की तस्वीर. (सोर्स: एक्स,यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)

इस रोड शो की कई तस्वीरें (आर्काइव यहां) और वीडियो (आर्काइव यहां) हमें समाजवादी पार्टी के आधिकारिक फ़ेसबुक पर भी मिले, जहां इन्हें 27 अप्रैल 2024 को अपलोड किया गया था. इनमें विधायक रेखा वर्मा को अखिलेश यादव के साथ उसी वेशभूषा में साफ़ देखा जा सकता है. इन पोस्ट्स (आर्काइव यहां) में बताया गया है कि इसमें दिखाए गए दृश्य कन्नौज के रसूलाबाद के हैं. 

हमने वीडियो में अखिलेश यादव के साथ दिखी विधायक रेखा वर्मा से बात की, जिन्होंने जूते-चप्पल फेंकने वाले दावे को ख़ारिज करते हुए बताया, “लोग फूल माला से माननीय अखिलेश यादव का स्वागत कर रहे थे. वीडियो में भी स्पष्ट नज़र आ रहा है कि फूल माला हैं." उन्होंने आगे कहा, "ये गेहरा हवाई पट्टी से याकूबपुर के बीच का वीडियो है और ये कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र में आता है. गेहरा हवाई पट्टी क्षेत्र बिधूना और रसूलाबाद का बॉर्डर है."

कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के रोड शो के वीडियो सर्च करने पर हमें न्यूज़18 यूपी उत्तराखंड का लाइव स्ट्रीम किया गया वीडियो (आर्काइव यहां) मिला, जिसमें कई मौकों पर लोगों को अखिलेश यादव पर फूल मालाएं फेंकते देखा जा सकता है. वीडियो में ऐसा ही एक दृश्य 4.35.16 की समयावधि पर देखा जा सकता है. 

एनडीटीवी की एक वीडियो रिपोर्ट (आर्काइव) में इस रोड शो को कवर किया गया है. 

हमारी जांच में हमें एक भी ऐसी रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि कन्नौज में या किसी हालिया रोड शो या रैली में लोगों ने अखिलेश यादव पर जूते-चप्पल फेंके हों. दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में कन्नौज में अखिलेश यादव के रोड शो पर समयवार विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस रिपोर्ट में भी ऐसी किसी घटना का ज़िक्र नहीं है.

निर्णय 

हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि सोशल मीडिया यूज़र का ये दावा कि लोगों ने अखिलेश यादव के रोड शो में उनपर जूते-चप्पल फेंके, ग़लत है. असल में, लोगों ने अखिलेश यादव पर फूल माला फेंककर उनका स्वागत किया था. इसलिए हम वायरल दावे को भ्रामक मानते हैं. 

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.