फैक्ट चैक निर्णय [ असत्य ]अमरोहा के धनौरा सीओ श्वेताभ भास्कर ने लॉजिकली फ़ैक्ट्स से पुष्टि करते हुए कहा कि घटना में कोई मुस्लिम शामिल नहीं है. आरोपी और पीड़िता दोनों हिंदू हैं. |
(ट्रिगर वार्निंग: स्टोरी में हिंसक दृश्यों का विवरण है. पाठकों को सलाह है कि विवेक का इस्तेमाल करें.)
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक एक लड़की को मारने की कोशिश करता दिख रहा है. इस दौरान, वहां मौजूद लोग लड़की को बचाने का प्रयास करते हैं और आखिरकार उसे युवक के हाथों से छुड़ा लेते हैं. बाद में, लड़की सड़क पर बेसुध हालत में दिखती है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे सांप्रदायिक रूप में पेश किया जा रहा है. दावा है कि आरोपी युवक मुस्लिम समुदाय से है, जबकि पीड़िता लड़की हिन्दू है.
एक्स पर यति नारसिंहानंद सरस्वती नाम के एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "अमरोहा यूपी. फिर एक जिहादी ने एक हिन्दू बच्ची को मना करने पर अपना शिकार बनाने की कोशिश की. मेरे हिंदू शेरों ने उस बच्ची को बचा लिया." इस पोस्ट को अब तक 75,000 से ज़्यादा व्यूज़, 370 रीपोस्ट और 500 लाइक्स प्राप्त हो चुके हैं. इसी तरह के दावों के साथ शेयर किये पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल पोस्ट्स के दावे में सच्चाई नहीं है. अमरोहा ज़िले की इस घटना में आरोपी और पीड़िता दोनों हिन्दू समुदाय से हैं. आरोपी के मुस्लिम होने का दावा ग़लत है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये सर्च करने पर, हमें इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें आरोपी की पहचान राहुल के रूप में की गई थी, और पिता का नाम धर्मवीर बताया गया था.
जनवरी 6, 2025 को प्रकाशित आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की है. पीड़िता एक मेडिकल कॉलेज की छात्रा है और उसकी दोस्ती गांव के राहुल नाम के युवक से थी, जो किसी बात को लेकर उससे नाराज़ था. शनिवार, जनवरी 4 को, वह स्कूटी से अपने गांव लौट रही थी, तभी गजरौला-समेलपुर मार्ग पर राहुल ने उसे रोक लिया. इसके बाद, उसने लड़की पर हमला किया. फिर उसने लड़की का गला घोंटने की कोशिश की. इस बीच, कुछ राहगीर मौके पर पहुंचे और लड़की को बचा लिया, जबकि राहुल फरार हो गया.
अमर उजाला की रिपोर्ट में बताया गया है कि मेडिकल कॉलेज की छात्रा पर दिनदहाड़े जानलेवा हमला करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया. पुलिस के मुताबिक़, आरोपी राहुल एक सनकी और आवारा प्रवृत्ति का व्यक्ति है. घटना के बाद वह मुरादाबाद में अपनी बहन के घर छिपा था और दिल्ली भागने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने समय रहते उसे पकड़ लिया.
जागरण और यूपी तक की रिपोर्ट में भी आरोपी का नाम राहुल बताया गया है. इन रिपोर्टों में से किसी में भी घटना में सांप्रदायिक पहलू या आरोपी के मुस्लिम होने का कोई ज़िक्र नहीं है.
हमें इस घटना पर गजरौला थाने में दर्ज की गई एफआईआर की कॉपी भी मिली, जिसमें आरोपी के रूप में राहुल पुत्र धर्मवीर का नाम साफ़ तौर पर दर्ज है. लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने एफ़आईआर में लड़की के नाबालिग होने के कारण उसका और उसके परिवार के सदस्य का नाम छुपाया है.
अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए, हमने धनौरा सीओ श्वेताभ भास्कर से संपर्क किया, जिन्होंने आरोपी के मुस्लिम होने के दावे को ख़ारिज करते हुए कहा, “आरोपी और पीड़िता दोनों हिंदू हैं और अनुसूचित जाति से आते हैं.”
अमरोहा पुलिस ने भी एक्स पर एक वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन (आर्काइव यहां) में स्पष्ट किया कि आरोपी युवक को गिरफ़्तार किया जा चुका है, और दोनों पक्ष सजातीय हैं.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि अमरोहा ज़िले में हुई इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है और दोनों पक्ष हिंदू समुदाय से हैं. आरोपी के मुस्लिम होने का दावा ग़लत है.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले Logically Facts पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]