देश की आबादी में सबसे ज्यादा हिस्सा उत्तर प्रदेश का है. 2011 की जनगणना के अनुसार यूपी में कुल 19.98 करोड़ लोग रहते है. आबादी के हिसाब से देश में सबसे ज्यादा मुस्लिम और दलित भी यूपी में ही रहते है. चलिए आंकड़ों के जरिए जानते है, इस नए विधेयक लाने के पीछे की कहानी.


यूपी में औसतन हर महिला के 3.15 बच्चे, देश का औसत सिर्फ 2.69 बच्चे
2011 की जनगणना के अनुसार देश के 33.96 करोड़ महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने कभी न कभी शादी की. इनमें वो सभी महिलाएं शामिल है जो फिलहाल शादीशुदा है, विधवा है, पति से अलग रहती हैं या तलाकशुदा है. इन महिलाओं के देश में कुल 91.50 करोड़ बच्चे हैं. मतलब औसतन हर महिला के 2.69 बच्चे. देश की 53.58 फीसदी महिलाओं के 2 या 2 से कम बच्चे हैं, जबकि 46.42 फीसदी महिलाओं से 2 से ज्यादा बच्चे हैं.


जबकि यूपी में औसतन हर महिला के 3.15 बच्चे हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. साथ ही यूपी की 44.2 फीसदी महिलाओं को ही 2 या 2 से कम बच्चे हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी कम है. 55.8 फीसदी महिलाओं से 2 से ज्यादा बच्चे हैं, जबकि देश का आंकड़ा 46.42 फीसदी है.


धर्म के आधार पर भी समझे आंकड़े
2011 की जनगणना के अनुसार के अनुसार यूपी की कुल आबादी 19.98 करोड़ है. इसमें 15.93 करोड़ हिंदू है जो कि कुल आबादी का 79.73 फीसदी है. प्रदेश में 3.84 करोड़ मुस्लिम रहते हैं, जो कि कुल आबादी का 19.26 फीसदी है. यूपी की कुल आबादी में हिंदू और मुस्लिम मिलाकर 99 फीसदी है.


यूपी में औसतन हर महिला के 3.15 बच्चे हैं. यूपी की हिंदू महिलाओं के औसतन 3.06 बच्चे हैं, जबकि मुस्लिम महिलाओं के औसतन 3.6 फीसदी बच्चे हैं. यूपी की 44.2 फीसदी महिलाओं के 2 या 2 से कम बच्चे हैं. यूपी की 44.85 फीसदी हिंदू महिलाओं के 2 या 2 से कम बच्चे हैं, जबकि 40.38 ही मुस्लिम महिलाओं के 2 या 2 से कम बच्चे हैं. प्रदेश में 55.8 फीसदी महिलाओं से 2 से ज्यादा बच्चे हैं. 55.15 फीसदी हिन्दू महिलाओं के 2 से ज्यादा बच्चे हैं, जबकि 59.62 फीसदी मुस्लिम महिलाओं के 2 से ज्यादा बच्चे हैं.


ये भी पढ़ें-
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या नीति 2021-30 का ऐलान किया, पढ़ें इसकी बड़ी बातें


देश के नियमों के आगे ट्विटर ने झुकना शुरू किया, विनय प्रकाश को नियुक्त किया रेजिडेंट ग्रीवेंस ऑफिसर