कोरोना से दुनिया का हर एक देश परेशान है. कहीं पर स्थितियां ज्यादा खराब हैं तो कहीं पर कम. किसी देश में मौतों का आंकड़ा एक लाख तक पहुंचने वाला है तो किसी देश में अब तक एक भी मौत नहीं हुई है. अभी तक के आंकड़े ये बता रहे हैं कि जो भी देश खुद को बड़े तीसमारखां समझते थे, उनकी हालत इतनी खराब है कि उन्हें उबरने में कई साल लग जाएंगे, वहीं अपने देश की स्थिति इन सूरमा देशों से कहीं बेहतर है.


दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में कोरोना के कुल 1,012,147 केस सामने आए हैं. इस देश में हर 10 लाख की आबादी पर 3,058 केस हैं और मौत का आंकड़ा 172 है. यानि कि हर 10 लाख की आबादी में 172 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. हर 10 लाख की आबादी में हो रही मौत के मामले में स्पेन सबसे आगे है. वहां पर हर 10 लाख में 510 लोगों की मौत हो रही है. स्पेन में हर 10 लाख की आबादी पर 4,965 केस हैं. ये देश भी खुद को बड़ा तीसरमारखां समझता है. इटली की भी हालत खराब है. वहां पर हर 10 लाख में 446 लोगों की मौत हो रही है, जबकि प्रति 10 लाख 3,298 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं. फ्रांस की स्थिति भी बेहतर नहीं है. फ्रांस में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 165,842 है. इस देश में हर 10 की आबादी पर 357 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो रही है.


ब्रिटेन भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति में है. ब्रिटेन में अभी तक कुल 157,149 केस सामने आए हैं. हर 10 लाख की आबादी पर 2,315 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, वहीं मौतों का आंकड़ा 311 प्रति 10 लाख है. यहां पर कुल मौतें हुई हैं 21,092. हालांकि रूस की स्थिति इन देशों के मुकाबले थोड़ी बेहतर है. रूस में कुल 93,558 केस सामने आए हैं. हर 10 लाख की आबादी पर इस देश में मात्र 641 लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, जबकि मौतों का आंकड़ा हर 10 लाख में 6 लोगों की मौत का है. हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान रूस में कुल 6,411 नए केस सामने आए हैं और 73 लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई है.


जिस चीन से इस वायरस की शुरुआत हुई है, उस चीन में हर 10 लाख की आबादी पर 3 लोगों की मौत हुई है. हर 10 लाख की आबादी में 58 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं और ये आंकड़ा फिलहाल 82,836 पर है. कनाडा हो या फिर बेल़्जियम या फिर स्वीटजरलैंड, हर जगह मौतों का आंकड़ा प्रति 10 लाख 100 से ज्यादा मौतों का ही है. लेकिन बात अगर भारत की हो तो यहां की स्थितियां दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर हैं. यहां पर हर 10 लाख की आबादी में मात्र 21 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. मौतों की बात करें तो हर 10 लाख में से मात्र 0.7 की ही मौत कोरोना की वजह से हुई है. यहां अबतक कुल 29,974 मामले सामने आए हैं और मौतों का कुल आंकड़ा 937 तक पहुंच गया है.


भारत से बेहतर स्थिति में उजबेकिस्तान दिख रहा है, जहां पर हर 10 लाख की आबादी में मात्र 0.2 की मौत हुई है. उजबेकिस्तान में कुल 1939 केस सामने आए हैं और 8 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा घाना में हर 10 लाख आबादी पर 0.4 की मौत हुई है. बाकी नाइजीरिया, आइवेरी कॉस्ट और हॉन्ग कॉन्ग में भी मौतों का आंकड़ा भारत की तुलना में थोड़ा कम है. भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के अलावा ताइवान में भी मौतों का आंकड़ा कम है. और ये सब वो देश हैं, जिनकी स्थिति भारत की तुलना में कमजोर है. लेकिन जो देश खुद को दुनिया का मसीहा मानते हैं, खुद को दुनिया का चौधरी मानते हैं, खुद को बड़े सूरमा मानते हैं, उन देशों की हालत भारत की तुलना में ज्यादा खराब है.