आज 'विश्व कैंसर दिवस' है. कैंसर का नाम सुनते ही लोगों के दिलों में खौफ पैदा हो जाता है कि वह अब नही बच पाएंगे. लेकिन कुछ लोग इससे लड़ने की पूरी कोशिश करते हैं और इस पर सफल भी होते हैं. ऐसे लोग उन लोगों के लिए प्रेरणादायक होते हैं, जो इस कैंसर की बीमारी से क्षतिग्रस्त हैं. 'विश्व कैंसर दिवस' के अवसर पर स्तन कैंसर से जंग जीतने वाली वाली लेखिका –फिल्म निर्माता ताहिर कश्यप ने एक प्रोत्साहित कर देने वाली कविता लिखकर शेयर की है.


इस कविता के जरिए उन्होने कैंसर पीड़ितों को इस बिमारी से डट कर लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. इसके साथ ही ताहिरा ने एक विडियो भी शेयर किया है. इस वीडियो में वह अपनी लिखी कविता पढ़ रही हैं और अपनी कैंसर की लड़ाई के बारे बताती हैं. इसके साथ ही उनकी ये कविता स्तन कैंसर से बचाव के लिए भी जागरूक करती हैं.





तो चलिए पढ़ते है उनकी प्रेरणादायक कविता....


कुछ निशान गहरे हैं, कुछ भीतर हैं,


कुछ दिख जाते हैं, कुछ छिप जाते हैं,


निशान की बात यह है कि यह आपको अतीत की याद दिलाता है,


आपके द्वारा सोचे गए दुख के क्षण हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे,


लेकिन ये निशान जरूर रह जाएंगे,


वे सितारों की तरह दूर और रहस्य हैं,


यह सच्चाई है जिसे आप अपनी नग्न आंखों से नहीं देख पाते हैं,


दुनिया के कामकाज के प्रति उदासीन एक बड़ा झूठ है,


लेकिन मुझे सुनो निशान के लिए और अधिक है,


यह लड़ाई लचीलापन और आपकी अजेय शक्ति के बारे में भी बात करती है,


जिन्होने संघर्ष किया उनके लिए मेरा प्यार और सम्मान है,


विश्वासघाती युद्ध का मैदान जिसे कुछ पार कर गए, जबकि कुछ खो गए,


लेकिन बात यह है कि स्वास्थ्य कर्म के साथ हर कोई विजेता है,


इसके लिए वह लड़ाई है जो मायने रखती है, चाहे आप विशेषज्ञ हों या शुरुआती,


कैंसर से लड़ाई सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक भी है,


कुछ लड़ाइयों को जीतने के लिए विशेष रूप से आंतरिक होने पर अधिक कठिन होते हैं,


लेकिन मुझे फिर से सुनो, हम सभी के पास वह फाइटर है जिसमें ब्रह्मांड की ताकत है,


अदम्य भावना जो किसी भी डर से कुचल नहीं सकती है,


अपने प्यार को न छिपाएं उन्हें दिखाएं अपनी उज्ज्वल मुस्कान की तरह,


तो मुझे एक आखिरी बार सुनें, सभी दुस्साहस, निशान और रोने के साथ अपने आप से प्यार करें,


वही आपको बनाता है,


तो आइए मैं आपको इस दिन कहती हूं. इस साल 2021 में,


जल्दी स्तन कैंसर का पता लगाने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें,


तो आइये मेरे साथ इस साल की थीम कहो- आई एम और आई विल. ”


यहां सुनिए ताहिरा की जुबानी-





ताहिरा ने लोगों को अपनी बीमारी के बारे में बताते हुए अपने आप को इस तरह से पेश किया कि वो वो इस बीमारी से लड़ने के लिए हमेशा तैयार हैं.


कैंसर को सकारात्मक सोच से दें मात


आपको बता दें कि ताहिरा कश्यप खुराना फिल्म अभिनेता आयुष्मान खुराना की पत्नी हैं. वो इस बात की मिसाल हैं कि कैंसर को सकारात्मक रूप से किस तरीके से मात दी जाए. ताहिरा को अपने ब्रेस्ट कैंसर के बारे पिछले साल ही पता चला था, जिसके बाद उन्होने साल के अंत तक सर्जरी करवा ली थी.


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