बॉलीवुड में किंग खान के नाम से मशहूर शाहरुख़ खान आज भले ही सफलता की उंचाई पर हैं लेकिन उनके मन में आज भी एक बात की टीस है. शाहरुख़ जब महज 15 साल के थे तब उनके पिता की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी और वह जब 26 साल के हुए तब उनकी मां भी उनका साथ छोड़ गईं थीं. यह वह दौर था जब शाहरुख़ बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे. आज शाहरुख़ भले ही बॉलीवुड में टॉप पर हैं, लेकिन एक स्ट्रगलर से बॉलीवुड के शहंशाह बनने तक का सफ़र उनके पेरेंट्स नहीं देख सके और यही वह बात है जो शाहरुख़ को आज भी सालती है.
शाहरुख़ आगे कहते हैं, "मैं इस हिचकी मोमेंट से उबरना चाहता था और इसलिए मैने एक्टिंग को चुना. मेरे पेरेंट्स अचानक ही हमारा साथ छोड़ गए थे. उन्हें कैंसर था और महज ढाई महीने के अन्दर ही उनका इंतकाल हो गया था. मुझे समझ ही नहीं आया कि मैं क्या करूं. फिर एक रात पेरेंट्स की मज़ार पर मुझे ख़याल आया कि इस खालीपन को किसी ना किसी चीज़ से भरना पड़ेगा. मैं भाग्यशाली हूं जो मुझे फिल्मों में ब्रेक मिला. मेरे लिए एक्टिंग सिर्फ मेरा काम नहीं है बल्कि मेरी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने का एक तरीका भी है". आपको बता दें कि शाहरुख़ आख़िरी बार फिल्म ‘जीरो’ (2018) में दिखाई दिए थे. खबर है कि किंग खान जल्द ही फिल्म ‘पठान’ से बॉलीवुड में कमबैक करने वाले हैं.