Sailesh Lodha On TMKOC Producer: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) शो करीब 14 साल से फैंस का पसंदीदा शो बना हुआ है. हालांकि, काफी समय से कई कलाकार इस शो को अलविदा कह चुके हैं, जिनमें शैलेश लोढ़ा (Sailesh Lodha) भी शामिल हैं, जो तारक मेहता का किरदार निभाते थे. अब शैलेश ने एक कार्यक्रम में शो छोड़ने की वजह का खुलासा किया.


लखनऊ में बोले शैलेश लोढ़ा


जानकारी के मुताबिक, एक न्यूज पोर्टल की ओर से लखनऊ में साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें शैलेश लोढ़ा (Sailesh Lodha) भी शरीक हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने कई खूबसूरत कविताएं भी सुनाईं. वहीं, अपने पिता श्याम सिंह लोढ़ा के बारे में भी बातचीत की.


पिता के बारे में बताईं ये बातें


शैलेश लोढ़ा (Sailesh Lodha) ने बताया कि उनके पिता की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं. वह इस वक्त डायलिसिस पर हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता इस हाल में भी हंसी-मजाक करते रहते हैं. मैं एक दिन उनसे ट्रांसप्लांट की बात कर रहा था. मैंने कहा कि इतने पैसे देंगे कि नई किडनी लग जाएगी. ऐसे में उन्होंने कहा कि डॉक्टर से पूछो पुरानी किडनी कितने पैसे में दे देंगे.'


क्यों छोड़ा तारक मेहता शो?


कार्यक्रम के दौरान शैलेश लोढ़ा (Sailesh Lodha) से पूछा गया कि उन्होंने तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल क्यों छोड़ दिया? उन्होंने जवाब दिया, 'जो छूट गया, उसके बारे में क्या? आप मेरी बात इशारों में समझें. किताब छापने वाले पब्लिशर हीरे की अंगूठी पहनकर घूम रहे हैं और लेखक को अपनी ही किताब छपवाने के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं. दूसरों की प्रतिभाओं से कमाने वाले व्यापारी लोग अगर खुद को प्रतिभाशाली और बड़ा समझने लगें, तब किसी को बताना चाहिए कि आप दूसरों की प्रतिभाओं से कमाने वाले लोग हैं.'


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शैलेश लोढ़ा बोले, 'शायद मैं वही हूं, जिसने आवाज उठाई. दूसरों की प्रतिभाओं से नाम कमाने वाले लोग किसी प्रतिभाशाली व्यक्ति से बड़े नहीं हो सकते. दुनिया का कोई पब्लिशर किसी लेखक से बड़ा नहीं हो सकता. दुनिया का कोई प्रोड्यूसर किसी अभिनेता से बड़ा नहीं हो सकता. दुनिया का कोई निर्माता किसी निर्देशक या अभिनेता/अभिनेत्री से बड़ा नहीं हो सकता. वह व्यापारी हैं और यह हमें समझना चाहिए. मैं कवि और अभिनेता हूं. जब-जब कुछ ऐसा कुछ किया जाएगा, जो मेरे कवि या अभिनेता होने पर... मेरे विचारों पर हावी होने की कोशिश करेगा तो ज्वालामुखी फटेगा.'