Terence Lewis On Realiy Shows: टेरेंस लुईस बॉलीवुड के मोस्ट पॉपुलर कोरियोग्राफर में से एक हैं. वे छोटे पर्दे पर कई डांस रियलिटी शोज में जज के तौर पर नजर आ चुके हैं. वहीं टेरेंस ने एक इंटरव्यू में रियलिटी शो के बारे में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए माना कि ये अक्सर स्क्रिप्टेड होते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अनस्क्रिप्टेड कम्प्टीशन के पीछे की सच्चाई को भी उजागर किया और खुलासा किया कि टेलीविजन दर्शकों के लिए जानबूझकर कुछ खास मोमेंट बनाए जाते हैं.
रियलिटी शोज सक्रिप्टेड होते हैंदरअसल पिंकविला से बातचीत में टेरेंस को चेन्नई एक्सप्रेस के प्रमोशन के दौरान डांस इंडिया डांस लिटिल मास्टर्स में दीपिका पादुकोण के साथ डांस करते हुए उनकी एक पुरानी तस्वीर दिखाई गई थी. उस फोटो पर रिएक्शन देते हुए उन्होंने बताया कि ऐसे पल शायद ही कभी अचानक आते हैं, क्योंकि हकीकक ये है कि ये पहले से ही प्लान किए जाते हैं.
Terence Lewis on Scripted Reality Shows: टेरेंस ने आगे कहा, "बहुत से लोग मानते हैं कि हम डांस करना चाहते हैं, लेकिन रियलिटी ये है कि हमें इन पलों को बनाने के लिए कहा जाता है. इसलिए जब आप पूछते हैं कि क्या चीजें स्क्रिप्टेड होती हैं तो हां, गेस्ट्स और कंटेस्टेंट्स के इंटरेक्शन पहले से प्लान्ड होता है. हालांकि, डांस, जजमेंट, टैलेंट और कमेंट्स ऑथेंटिक रहते हैं. लेकिन कुछ भी जो एक ग्रेट प्रोमो मोमेंट बनाता है? वह स्क्रिप्टेड होता है."
दीपिका के साथ वायरल डांस को याद करते हुए, उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें स्टेड पर एक ड्रामैटिक मोमेंट बनाने के लिए कहा गया था. एक्ट्रेस को इसके बारे में पता नहीं था, और उन्हें रियलटाइम में इम्प्रोवाइज करना पड़ा. उन्होंने कहा, "टेलीविजन माफ नहीं करता. इसमें न तो समय है और न ही बजटय"
रियलिटी शो ट्रॉप को लेकर टेरेंट ने क्या कहा? रियलिटी शो ट्रॉप को लेकर टेरेंस ने कहा, मेल जज अभिनेत्रियों को मंच पर लाने में मदद करते हैं. टेरेंस ने इसे "पूरी तरह से स्क्रिप्टेड" कहा. उन्होंने क्लियर किया, "मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा. अपने आठ साल के जजिंग में, मैंने कभी किसी कंटेस्टेंट या सेलिब्रिटी को इस तरह स्टेज पर इनवाइट नहीं किया."
टीआरपी के लिए मोमेंट बनाने के लिए कहा गया थाकोरियोग्राफर ने इंडियाज बेस्ट डांसर से एक घटना के बारे में बताया जहां उन्हें केवल टीआरपी बढ़ाने के लिए एक मोमेंट बनाने के लिए कहा गया था। शुरू में, उन्होंने इस आइडिया का विरोध किया, लेकिन जब निर्माताओं ने उन्हें डेटा दिखाया कि इस तरह के हल्के-फुल्के मोमेंट ज्यादा दर्शकों को अट्रैक्ट करते हैं, तो उन्हें शोबिज की रियलिटी को स्वीकार करना पड़ा. उन्होंने कहा, "यह कहना दुखद है, लेकिन सबसे ज्यादा रेटिंग मस्ती के क्षणों से आई है. इसलिए, आखिरकार, दर्शकों को दोषी ठहराया जाना चाहिए क्योंकि वे इसे एंजॉय करते हैं. "