'क्योंकि सास भी कभी बहू' थी में जबरदस्त एंटरटेनमेंट दिख रहा है. बीते एपिसोड में ये दिखाया गया कि तुलसी वीरानी के बेटे अंगद को पुलिस पकड़ कर ले जाती है और उसे ड्रिंक एंड ड्राइव केस में हवालात में बंद कर देती है. इसके साथ ही अंगद पर एक्सीडेंट का भी आरोप लगा है. उसके मेडिकल ट्रेस में शराब के ट्रेस मिले हैं जिसे देख तुलसी भड़क जाती है और अपने बेटे को बेल दिलाने से साफ इनकार करती है. लेकिन अपकमिंग एपिसोड में धमाकेदार ट्विस्ट देखने को मिलेगा.
वीरानी परिवार के लिए मसीहा बनेगी ये लड़कीहाल ही में स्टार प्लस में अपने सोशल मीडिया हैंडल पर सीरियल के अपकमिंग एपिसोड का प्रोमो शेयर किया. इसमें दिखाया जा रहा है कि चॉल में रहने वाली लड़की तुलसी के जीवन में मसीहा बन उसकी ये परेशानी दूर करेगी.शो में एक नए किरदार की एंट्री हो चुकी है जिसे पिछले एपिसोड में तुलसी की तरह ही दूसरों की मदद करते देखा गया. ये लड़की ट्रैफिक पुलिस की बहन है जो अंगद को निर्दोष साबित करने में तुलसी की मदद करने वाली है. प्रोमो में ये लड़की तुलसी को फोन कर ये बताती दिखी कि उनका बेटा निर्दोष है. ये लड़की सीसीटीवी फुटेज के जरिए अंगद की बेगुनाही साबित करने में वीरानी परिवार की मदद करेगी.
अंगद का वीरानी परिवार से नहीं है खून का रिश्ता?अंगद और पूरा वीरानी परिवार तुलसी को समझाने की कोशिश करता है लेकिन तुलसी बात नहीं समझती. जब अंगद अपनी मां को समझाने के लिए अपने दोस्त को फोन करता है तब उसका दोस्त पलट जाता है और कहता है कि अंगद ही उस वक्त गाड़ी चला रहा था. ये सुनकर तुलसी आग बबूला हो जाती है.अंगद की बात सुनकर पुलिस सीसीटीवी फुटेज चेक करने की बात करती है. जब हेमंत बेल पेपर्स लेकर आता है तो तुलसी उसे रोक देती है क्योंकि उसका मानना है कि अगर अंगद ने गलती है तो उसे सज़ा मिलनी चाहिए. इसके बाद गायत्री तुलसी पर तंज कसकर कहती है कि तुलसी ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि अंगद से उसका खून का रिश्ता नहीं है. गायत्री के ऐसा कहने के बाद इस राज से भी पर्दा उठ जाता है कि तुलसी की बहन केसर के गुजर जाने के बाद उसके बच्चों अंगद, पारी और रित्विक को मिहिर और तुलसी ने गोद ले लिया था. यानी तुलसी इन तीनो बच्चों की मां नहीं बल्कि मासी है.