अर्चना पूरन सिंह और परमीत सेठी काफी समय से अपने शादीशुदा जिंदगी में परेशानियां झेल रहे थे. इसको लेकर अभिनेता ने कई बार बात भी की थी. लेकिन अब अर्चना पूरन सिंह ने बताया है कि कैसे कपल ने अपनी शादीशुदा जिंदगी में आई परेशानियों का डटकर सामना किया और अपने रिश्ते को बचाया.

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अर्चना पूरन सिंह ने अपने बेटे आर्यमन सेठी के ब्लॉग में अपने पति संग रिश्ते को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि शादीशुदा जिंदगी में कपल को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. दोनों का रिश्ता बहुत ही मुश्किल दौर से गुजरा.  व्लॉग में अर्चना ने कहा- 'हमने एक दूसरे को समझने में गलतियां की और कभी–कभी इगो भी रास्ते में आ जाता है. जब किसी रिश्ते में दो लोग कमजोर पड़ जाते हैं तब वो रिश्ता कमजोर हो जाता है'.

बच्चों के लिए बचाई टूटती हुई शादीअर्चना पूरन सिंह ने खुलासा किया कि भले उनकी शादी में मुश्किलें थी लेकिन वो नहीं चाहती थीं कि उनके बच्चे अपने पिता से दूर हों. ऐसा इसलिए क्योंकि अदाकारा का मानना है कि उनके बच्चों के लिए परमीत से अच्छा पिता पूरी दुनिया में कोई और नहीं हो सकता है क्योंकि उन्होंने एक्ट्रेस से बढ़के अपने बच्चों को प्यार दिया है. इसीलिए अर्चना नहीं चाहतीं थी की ये शादी टूटे.

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मेडिटेशन बना सबसे बड़ा सहाराअपने बेटे के ब्लॉग में अर्चना पूरन सिंह ने बताया कि मेडिटेशन उनकी इस जर्नी में काफी मददगार साबित हुआ. उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ज्वाइन किया और उसके बाद उनकी जिंदगी में काफी बदलाव आए. इसके बाद उन्होंने पति परमीत सेठी को भी मेडिटेशन करने की सलाह दी. उनका मानना है कि मेडिटेशन के जरिए वो दोनों ही अपने पास्ट के ट्रॉमा से उभर पाए हैं. इस सेल्फ डिस्कवरी के बाद दोनों ने अपने रिश्ते को एक बार फिर एक हसीन मोड़ से शुरू किया.

अर्चना पूरन सिंह का ऐसा मानना है कि मेडिटेशन के बाद उनकी जिंदगी में कई बदलाव आए. जब उन्होंने मन शांत कर के सोचा तो समझ आया कि वो दोनों एक दूसरे के लिए बने हैं.आज भी भले उनके और परमीत के बीच दिन में कई बार लड़ाई हो जाए लेकिन फिर भी दोनों एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते.