RJ Mahvash Insulted Publicly: क्रिकेटर युजवेंद्र चहल की रूमर्ड गर्लफ्रेंड आरजे महवश अक्सर चर्चा में रहती हैं. हाल ही में उनकी सीरीज प्यार, पैसा और प्रॉफिट भी रिलीज हुई थी. अब एक्ट्रेस का एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें वे बताती नजर आ रही हैं कि इंग्लिश ना आने के चलते एक बार उन्हें बहुत बेइज्जत किया गया था. उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें सुसाइड का ख्याल भी आने लगा था.
जोश टॉक्स हिंदी में आरजे महवश ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया था. उन्होंने तब एक रेडियो शो के लिए उन्हें रिजेक्ट किए जाने का खुलासा किया था. एक्ट्रेस ने कहा- 'रेडियो में मेरा पहला लिंक रिकॉर्ड किया था और जब मैंने उसे अपने बॉस को दिखाया तो उन्होंने सबके सामने कहा कि ये रिकॉर्डिंग बकवास है. मेरा उस जगह खड़े होकर सौ बार दिल टूटा था. इतने खराब तरीके से मुझे आज तक किसी ने नहीं कहा था.'
इंग्लिश ना आने के चलते नहीं मिला शोमहवश ने कहा- 'मेरी आंखों में आंसू आ गए. फिर मैं वॉशरूम चली गई और वहां जाकर बहुत रोई. उसके बाद उन्होंने बाहर आकर सबसे बोला कि इसको शो कभी नहीं दे सकते क्योंकि इसे इंग्लिश नहीं आती. बहुत छोटी-छोटी चीजों में जैसे पलूशन है पोलूशन है, तो उसको अगर मैं पोलूशन बोल रही हूं तो इसको ऐसे बोलना कि वो पलूशन है. बहुत छोटी-छोटी चीजों में टोका और मीटिंग में सबके सामने बोला कि इसको इंग्लिश नहीं आती और शो कभी नहीं दे सकते.'
'मेरे बॉस ने चिल्ला के बोला कि...'आरजे महवश ने आगे कहा- 'उसके बाद मैंने सिर्फ वीडियोज बनाएं. मैंने इंग्लिश कभी नहीं बोली, मुझे बोलनी ही नहीं थी. वहां पर कई लोगों को आईडिया नहीं आते थे, कई लोगों को बोलना नहीं आता था, पर जरूरी था कि महवश को इंग्लिश नहीं आती है. मेरे बॉस ने चिल्ला के बोला कि मैं बताऊं क्या सबके सामने कि क्यों नहीं मिल रहा तुम्हें शो, क्यों पूछती हो बार-बार की चाहिए नहीं मिल सकता.'
सुसाइड करने के बारे में सोच रही थीं महवशआरजे महवश ने आगे बताया कि वो नाकामियों से तंग आकर सुसाइड करने के बारे में सोच रही थीं. उन्होंने बताया- 'एक कमरा था, राज के कुछ ढाई बज रहे होंगे और छोटा सा कमरा मैं और मेरे हाथ में वो मेरी मां की साड़ी. वो खूबसूरत लगने के लिए, सजने के लिए नहीं थी और लड़कियों की तरह. मुझे बस पंखा दिख रहा था और मेरी आखिरी ऐसी उम्मीद दिख रही थी कि मैं ये चीज खत्म कर दूं. ये सारे दर्द को खत्म भी तो कर सकते हैं. बस मैं वो हिम्मत, वो जिगरा नहीं जुटा पा रही थी कि मैं कि मैं जो फैसला लेने जा रही हूं क्या वो सही होगा या वो भी हर फैसले की तरह शायद गलत साबित होगा.'