फिल्म मेकर और पवित्र रिश्ता के डायरेक्टर कुशाल झावेरी ने सोशल मीडिया के जरिए सुशांत सिंह राजपूत को लेकर एक बड़ा खुलासा किया और बताया कि मीटू में नाम आने के बाद सुशांत 4 रातों तक नहीं सोए थे. एक्टर को पता था कि उन्हें कौन टार्गेट कर रहा है मगर पुख्ता सबूत ना होने पर वो कुछ कर नहीं पाए. इस बयान पर पलटवार करते हुए कंगना ने रिया चक्रवती का पक्ष लिया है. साथ ही कुशाल झावेरी पर निशाना साधा और कहा सुशांत को मूवी माफियाओं द्वारा टार्गेट किया जा रहा था, लेकिन अब रिया चक्रवर्ती को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.





कंगना ने ट्विट कर के कुशाल झावेरी को लिखा, प्लीज आवाज उठाओ इससे पहले की देर हो जाए. पैसों की लालची सुशांत के साथ महज कुछ महीनों के लिए थी और अब उसको बलि का बकरा बनाया जा रहा है. जिन लोगों ने पूरी तैयारी से उसके दिमाग और आत्मशक्ति में चोट पहुंचाई वो खुला घूम रहे हैं.





सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त और सीरियल पवित्र रिश्ता के डायरेक्टर कुशल जावेरी ने पुरानी बातों को लेकर कई खुलासे किए हैं. कुशल ने बताया है साल 2018 में सुशांत पर मीटू के फर्जी आरोप लगने के बाद उनका क्या हाल हुआ था. कुशाल झवेरी ने आगे लिखा, सुशांत पर लगे मीटू के आरोपों के दौरान वह सबसे कमजोर थे.


उन्होने लिखा कि मैं जुलाई 2018 से फरवरी 2019 तक सुशांत के साथ रहा. मैंने जो सबसे कमजोर  वक्त देखा वह अक्टूबर 2018 में मीटू आंदोलन के दौरान था. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बिना किसी ठोस सबूत के उन्हें निशाना बना रही थी. हमने संजना सांघी से संपर्क करने की पूरी कोशिश की लेकिन उन दिनों वह यूएसए में थीं और इन सभी चीजों पर कमेंट करने के लिए उपलब्ध नहीं थीं.





आगे लिखा, सुशांत को अपने दिमाग के बारे में पता था जो उसे निशाना बना रहा था. मुझे याद है कि सुशांत आरोपों को दूर करने के लिए संजना के इंतजार में 4 रातों तक सो नहीं पाया था. अंत में उसने 5 वें दिन सुशांत का नाम इस सबसे बाहर हो गया और ये सब एक कठिन जीत की तरह लग रहा था जैसे कि लड़ाई खत्म हो गई हो.