दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के सदस्यों द्वारा मेडिकल टीम के पुर्नगठन की मांग करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को लिखने के कुछ समय बाद ही एजेंसी की टीम फिर से मुंबई पहुंच गई है. सीबीआई के एक सूत्र ने कहा कि सुशांत की मौत की जांच अभी भी जारी है और सभी पहलुओं को सावधानीपूर्वक देखा जा रहा है.


सूत्र ने कहा, "जांच की मांग के अनुसार या तो अधिकारियों की टीम नियमित अंतराल पर मुंबई का दौरा करती रहती है. जबकि वहां एजेंसी के मुंबई ब्रांच के अधिकारी भी मौजूद हैं." हालांकि सूत्र ने दिल्ली से मुंबई पहुंचे अधिकारियों के नाम नहीं बताए.


यह टिप्पणी सुशांत के वकील विकास सिंह के बेटे वरुण सिंह द्वारा सीबीआई को पत्र लिखने के बाद आई है. उन्होंने पत्र में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की हत्या की संभावना को खारिज करने वाली रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि फोरेंसिक बोर्ड की फोरेंसिक जांच दोषपूर्ण है.


पत्र में उन्होंने कहा है, "मैं सुशांत सिंह राजपूत की 14 जून, 2020 को हुई मौत के मामले में एम्स द्वारा सीबीआई को सौंपी गई रिपोर्ट के बारे में मीडिया में पढ़ रहा हूं. मैंने एम्स के कुछ डॉक्टरों को टीवी पर इस फोरेंसिक जांच के संबंध में बयान देते हुए भी देखा है."


मीडिया में बताई जा रही एम्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट यदि सही है तो नाकाफी सबूतों के साथ इस तरह निष्कर्ष निकालना गलत है. बता दें कि केन्द्र की सिफारिश पर सीबीआई ने सुशांत की मौत की जांच करना शुरू किया था.


वरुण ने कहा है, "चूंकि मास्टरमाइंड अभी जमानत पर बाहर है. यह एनसीबी और सुशांत मामले के लिए एक बड़ा झटका है. एजेंसी देश में 1.35 लाख करोड़ के ड्रग सिंडिकेट को लेकर जांच कर रही थी, ऐसे में जो लोग इस अपराध सिंडिकेट के सदस्य हैं उन्हें इससे बड़ी राहत मिली है." उन्होंने यह भी कहा कि अब सबूतों के साथ छेड़छाड़ भी हो सकती है और गवाहों को प्रभावित करने का काम भी हो सकता है.