Zeenat Aman On Dev Anand: बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस ज़ीनत अमान ने हाल इंस्टाग्राम जॉइन किया था. तब से वे लगातार फैंस के साथ अपने डेली लाइफ की अपडेट शेयर करती रहती हैं. साथ ही इस प्लेटफॉर्म पर अपने दशकों लंबे एक्टिंग करियर के कई अनसुने किस्से भी शेयर करती हैं.


इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए जीनत ने अपनी लेटेस्ट पोस्ट में देव आनंद के लिए एक नोट लिखा और याद किया कि कैसे उन्हें ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में कास्ट किया गया था जबकि उनका परिवार भारत छोड़ना चाहता था.


जीनत ने देव आनंद के साथ शेयर की थ्रोबैक तस्वीर
जीनत अमान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर देव आनंद के साथ अपनी शुरुआती दिनों की एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो शेयर की है. इसके साथ ही वेटरन एक्ट्रेस ने आइकॉनिक एक्टर को को 'स्टारमेकर' कहते हुए लिखा, "बॉलीवुड जैसी इंडस्ट्री में एंट्री करते समय  हर एक्टर एक स्टारमेकर की उम्मीद करता है. कुछ ही हैं जो पोटेंशियल और महत्वाकांक्षा की चमक देखते है जो शायद अब तक केवल खुद को ही दिखाई दे रही थी. बहुत कम लकी हैं जो इस इंसान को पा सके, लेकिन मैं थी. मेरे स्टारमेकर देव साब थे.


जीनत ने अपने नोट में आगे लिखा है, “ "यह 1970 था और मुझे लगता है कि ओ पी रल्हन को मेरे लिए थोड़ी सॉरी फील हो रही थी. उन्होंने मुझे हलचल में थोड़ा सा हिस्सा दिया था, इसका थोड़ा प्रभाव पड़ा था और मैं पहले से ही अपनी मां और सौतेले पिता के साथ माल्टा जाने के लिए अपना बैग पैक कर रही थी.






हरे रामा हरे कृष्णा’ के लिए कैसे हुई थी जीनत की कास्टिंग
जीनत ने आगे लिखा, "देव साब और उनकी नवकेतन टीम उस समय हरे रामा हरे कृष्ण के लिए कास्टिंग कर रहे थे. ओ.पी. रल्हन ने सुझाव दिया कि वे मुझसे मिलें. मुझे अच्छी तरह से याद है कि मैंने उस दिन क्या पहना था. एक फिट येलो टॉप, एक लाइट कलर की स्कर्ट और येलो फ्रेम के साथ चश्मा. मेरी मां मीटिंग में थी (याद रखें, मैं अभी भी अपनी टीन एज में थी), इसलिए जब मैं बात कर रही थी तो वह आगे बढ़ी और मेरे पाइप में तम्बाकू पैक किया. मीटिंग खत्म हुई  और कुछ दिनों बाद लैंडलाइन बज गया, मुझे स्क्रीन टेस्ट के लिए आने के लिए कहा गया और इस तरह मुझे जसबीर / जेनिस के रूप में कास्ट किया गया.


जीनत परिवार सहित देश छोड़ने की कर रही थीं तैयारी
जीनत ने आगे लिखा, "ओह, लेकिन गाथा यहीं खत्म नहीं होती है. मेरा परिवार देश छोड़ने के लिए तैयार था, लेकिन देव साहब ने मेरी मां और मुझे अपने ट्रैवल में देरी करने के लिए मना लिया. इसलिए इसके बजाय हम काठमांडू के लिए रवाना हुए. फेमस सॉल्टी होटल में रुके और इंतजार किया. शूट करने के लिए सेट करने के लिए बुलाए जाने वाले लंबे दिन! जब मेरे सीन्स के लिए समय आया तब पहला बस सीक्वेंस था. अब इसे देखकर मुझे हंसी आती है क्योंकि मुझे पता है कि मैं प्रैक्टिकली खुद को साबित करने के लिए स्पिटिंग करती नजर आ रही हूं!"


देव आनंद की वजह से जीनत बनीं स्टार
ज़ीनत ने आगे बताया कि कैसे वह अपनी मां के साथ फिर से मुंबई छोड़ने के लिए तैयार थी लेकिन देव साहब थे जिन्होंने उन्हें फिल्म रिलीज होने तक रहने के लिए जोर दिया था. फिल्म के रिलीज होने के बाद बाद सब कुछ बदल गया. ज़ीनत ने आगे लिखा, "उन दिनों एक फिल्म को शुरू से अंत तक बनाने में बहुत ज्यादा टाइम लगता था. यहां तक ​​कि दो या तीन साल भी. मेरी मां और मैं एक बार फिर मुंबई छोड़ने की तैयारी कर रहे थे, और फिर से देव साब ने हमें रहने के लिए मनाया. उन्होंने जल्दी से एडिट करने और फिल्म को सिनेमाघरों में लाने के लिए वादा किया,. निश्चित रूप से, फिल्म रिलीज़ हुई, यह बहुत बड़ी हिट हुई, और मैं एक स्टार बन गई.


जीनत ने आगे लिखा,"मेरी इमिग्रेशन प्लान अब अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गईं  और देव साब ने मेरे साथ एक और स्क्रिप्ट लिखना शुरू कर दिया ... (ज्यादा कल)"


‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में जीनत के भाई बने थे देव आनंद
बता दें कि 1971 में आई फ़िल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में ज़ीनत ने एक ड्रग-एडिक्ट की भूमिका निभाई थी जो फाइनली अपनी जान ले लेती है. देव आनंद द्वारा बनाई गई एक म्यूजिकल ड्रामा में उन्होंने ज़ीनत के भाई की भूमिका निभाई थी. जीनत ने हिट फिल्म में खानाबदोश जेनिस का किरदार निभाया था. इसमें दम मारो दम, और फूलों का तारों का सहित कई आइकॉनिक सॉन्ग थे.


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