नई दिल्ली: स्वरा भास्कर बॉलीवुड में अपनी बातों को बेबाकी से रखने के लिए जानी जाती हैं. वो हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखती हैं. जहां बॉलीवुड के तमाम लोग सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलने से बचते हैं वहीं स्वरा भास्कर सरकार को भी कई बार आड़े हाथों ले चुकी हैं. उनकी राय से कुछ लोग इत्तेफाक रखते हैं तो कई बार उनके बयानों से विवाद खड़ा हो जाता है. इसके चलते उन्हें आए दिन ट्रोल भी किया जाता है. हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में स्वरा ने सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग और लिंचिंग को लेकर अपनी राय रखी.
स्वरा ने सोशल मीडिया पर बात करते हुए कहा, "सोशल मीडिया ने पब्लिक ओपिनियन की ताकत को दिखाया है. सोशल मीडिया सबको समान धरातल पर लाने वाला माध्यम है, यहां सबकी आवाज बराबर है. यही ताकत है सोशल मीडिया की. लेकिन इसका अच्छा बुरा दोनों तरह का इस्तेमाल हो सकता है."
लिंचिंग पर बात करते हुए स्वरा ने जुनैद का जिक्र किया जिसे बीते साल ट्रेन के डिब्बे में भीड़ के द्वारा मार डाला गया था. स्वरा कहती हैं कि ट्रेन में एक इंसान को लोग इतनी बेरहमी से मारते हैं तो बाकि लोग कुछ क्यों नहीं बोलते. ट्रेन में अगर 10-20 लोग किसी को मारते हैं तो बाकी वहां मौजूद 200 लोग क्या करते हैं. किसी भी घटना के वक्त चुप रहना और बाद में वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देना वाकई शर्मनाक है.
हमेशा ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब देने वाली स्वरा ने कहा, "मैं ट्रोलर्स को इग्नोर करती हूं. कुछ खास ट्रोल हैं जोकि नफरत से भरे हुए है. ऐसे ट्रोलर्स को मेरे दोस्त ने 'नफरती चिंटू' नाम दिया है." स्वरा आगे कहती हैं कि वो सोशल मीडिया पर मजबूरी में आईं. सोशल मीडिया पर आने के लिए मेरी पीआर टीम ने मुझे कहा था. स्वरा ने यह भी माना कि सोशल मीडिया जेंडर से परे है और फेमिनिज्म ट्रोलिंग में स्थापित हो चुका है. यहां औरतें भी उतने ही अच्छे ढंग से गालियां दे रही हैं जितना मर्द.