मुंबई: 14 जून को कूपर अस्तपाल में रिया चक्रवर्ती को आखिर किस नियम के आधार पर मोर्चरी में रखे सुशांत सिंह के शव को देखने की इजाज़त दी गई थी. इसका जवाब मांगते हुए महाराष्ट्र मानव अधिकार आयोग ने कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस ज़ोन 9 को नोटिस जारी किया था. 26 अगस्त को नोटिस जारी करते हुए मानव आयोग ने कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस से इसपर 31 तारिख तक का जवाब मांगा. इसके संदर्भ में आज कूपर अस्पताल के डीन पिनकिन गुज्जर अपने एडवोकेट के साथ 12:30 बजे मानव अधिकार कोर्ट के समक्ष पेश हुए. वहीं मुंबई पुलिस का पक्ष रखने के लिए कोई मौजूद नहीं हुआ.


मानव अधिकार आयोग के एक्टिंग चेयरपर्सन से मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक, कोर्ट में अपनी सफाई में कूपर अस्पताल के डीन पिनाकिन गुज्जर ने कहा कि 14 तारीख को सुशांत सिंह राजपूत के आत्मत्या के बाद उनका शव कूपर अस्पताल लाया गया था. लेकिन मोर्चरी में क्या रिया गई थी? उन्होंने सुशांत के शव को देखा था, इस बात से उन्होंने इनकार किया.


गुज्जर ने कहा के ना ही कूपर अस्पताल और ना ही मैनेजमेंट ने इसकी इजाजत दी. कूपर अस्पताल में रिया का मोर्चरी में जाने की बात से डीन ने साफ़ इनकार किया. यह सारी बातें अस्पताल के डीन ने मौखिक रूप से दी. डीन अपने एडवोकेट के साथ बिना डिटेल डॉक्यूमेंट के पहुंचे थे. वहीं मुंबई पुलिस का पक्ष रखने के लिए कोर्ट में किसी भी शख्स के ना मौजूद होने पर सुनवाई कर रहे मानव अधिकार आयोग के चेयरपर्सन निराश हुए. सुनवाई को खत्म करते हुए एक्टिंग चेयरपर्सन ने कूपर अस्पताल और मुंबइ पुलिस को अपना पक्ष रखने के लिए एक और मौका दिया है और दोनों को पूरे तैयारी के साथ 7 सितंबर को पेश होने को कहा है.


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