बॉलीवुड एक्टर गोविंदा का सिक्का भले ही आज ना चल रहा हो. भले ही उनकी पॉपुलैरिटी पहले से कम हो गई हो. भले ही वो आज फिल्मों में ना नज़र आ रहे हों लेकिन एक वक्त था जब हिंदी सिनेमा में उनकी तूती बोलती थी और लगभग डेढ़ दशकों तक उन्होंने भारतीय सिनेमा पर राज किया. 


खास बात ये थी कि ये वो दौर था जिसे सिनेमा का सुनहरा दौर कहा जाता है. 90 के दशक में गोविंदा नंबर 1 थे. आंटी नंबर 1, कुली नंबर 1, हीरो नंबर, जोड़ी नंबर 1 ऐसी ही ना जाने कितनी ही हिट फिल्मों का सिलसिला गोविंदा के नाम है. उनकी ऐसी ही मजेदार फिल्म थी दूल्हे राजा. इस फिल्म का नाम लेते ही हंसी के ठहाके खुद ब खुद लगने शुरू हो जाते हैं. अब क्या करे...फिल्म है ही इतनी मजेदार. इस फिल्म का यूं तो हर सीन ही खास है लेकिन फिल्म तब और भी मजेदार हो जाती है जब गोविंदा से पंगा ले लेते हैं असरानी. 


फिल्म में असरानी होते हैं रिश्वतखोर पुलिसवाले जो गरीबों को करते हैं खूब परेशान. लेकिन जब वो गोविंदा से टकराते हैं तो उनकी हालत ही खराब हो जाती हैं. गोविंदा ऐसी ऐसी चाल चलते हैं कि नौबत उनके सस्पेंड होने तक पहुंच जाती है. 



गोविंदा और रवीना टंडन स्टारर दूल्हे राजा 1998 में रिलीज हुई थी. जो लोगों को खूब पसंद आई. गोविंदा की बेहतरीन फिल्मों में इस फिल्म का नाम भी शामिल है.  


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