भारत ने शुक्रवार को कारगिल विजय के 20 साल पूरे होने का जश्न मनाया. बेहतरीन मौका देख अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कप्तान विक्रम बत्रा को याद करते हुए कहा कि वह उनकी बायोपिक 'शेरशाह' में उनके किरदार के साथ पूरा न्याय कर शहीद के परिवार को खुश करना चाहते हैं.


कप्तान विक्रम बत्रा ने साल 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी घुसपैठियों से भारतीय क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपनी जिंदगी को राष्ट्रसेवा में लगा दी. उनकी बहादुरी की वजह से उन्हें 'शेरशाह' कहा जाता था.


कारगिल युद्ध के इस नायक को उनके शहीद होने के बाद परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जो भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है. सिद्धार्थ के लिए उनके किरदार को निभाना कोई आसान काम नहीं है, क्योंकि सिद्धार्थ को ऐसा लगता है कि उनके कंधे पर 'बहुत बड़ी जिम्मेदारी है.'





सिद्धार्थ ने कहा, "पर्दे पर उनके शौर्य को दिखाना रोचक से कहीं अधिक बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने हमारे वतन के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, इसलिए मैं इस परियोजना को यूं ही नहीं ले सकता.''


उन्होंने कहा, ''मैं उनके माता-पिता और उनके भाई से मिला, वे भावनात्मक तौर पर उनसे काफी ज्यादा जुड़े हुए हैं. मुझे उम्मीद है कि मैं उन्हें निराश नहीं करूंगा. व्यवसायिक पहलू के अलावा मुझे उम्मीद है कि हम एक ऐसी फिल्म बनाए जो मिस्टर बत्रा के शौर्य के साथ न्याय कर सके और आखिरकार जो उनके परिवार को खुश कर सके."





करण जौहर के धरमा प्रोडक्शन्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म के निर्देशक विष्णुवर्धन हैं और इसकी कहानी संदीप श्रीवास्तव ने लिखी है.