Vidhu Vinod Chopra on Sanjay Dutt: विधु विनोद चोपड़ा के के बैनर तले और राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस सुपरहिट हुई थी. फिल्म के लिए कई एक्टर्स को अप्रोच किया गया लेकिन ये फिल्म संजय दत्त को मिली. संजय दत्त ने बॉलीवुड फिल्मों के जरिए एस के बढ़कर एक कैरेक्टर्स किए लेकिन मुन्नाभाई जैसा दूसरा कोई कैरेक्टर पॉपुलर नहीं हुए. फिल्म की कास्टिंग हो रही थी तब संजय दत्त जेल में थे.


बॉलीवुडशादी के मुताबिक, विधु विनोद चोपड़ा ने हार में एक इंटरव्यू दिया. जिसमें उनहोंने संजय दत्त को फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस मिलने के बारे में बताया. साथ ही बताते हैं आखिर संजय दत्त को जेल क्यों हुई थी?






'मुन्नाभाई एमबीबीएस' संजय दत्त को कैसे मिली?


फिल्म प्रोड्यूसर-डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया संजय दत्त को उन्होंने 'मुन्नाभाई' कैसे दी. उन्होंने बताया कि सुनील दत्त का रोल पहले से फाइनल था लेकिन संजय दत्त को पूरी इंडस्ट्री ने बैन कर दिया था. मेकर्स ने ये रोल पहले शाहरुख खान, आमिर खान और भी कई एक्टर्स को ऑफर किया लेकिन किसी की डेट नहीं मिली. बाद में विधु जब सुनील दत्त से मिलने उनके घर गए तो वो परेशान थे. उन्होंने फिल्म करने से पहले तो मना कर दिया था लेकिन आगे क्या हुआ विधु विनोद डिटेल्स बताई.




मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विधु ने कहा था, 'जब भी मैं सुनील साहब से मिलता था तो उनका औरा ही अलग था. वो जितने बड़े कलाकार थे उतने ही सिंपल इंसान थे. उन्होंने मुझे बैठाया और चाय ऑफर करने के बाद कहा कि वो फिल्म नहीं कर सकते क्योंकि वो काफी परेशान हैं. मैंने उनसे बातें की फिर उन्होंने अपनी इच्छा जताई कि वो चाहते थे कि इस फिल्म में वो अपने बेटे संजू के साथ काम करें.'


विधु ने आगे बताया, 'मैं उनकी बातें सुनता रहा और कह दिया बस अब संजू ही हमारी फिल्म में होगें. उन्होंने कहा लेकिन इंडस्ट्री ने तो उन्हें बैन किया हुआ है तो मैंने कहा मुझे नहीं पता, बस मैं संजू को साइन कर रहा हूं. कुछ समय बाद वो जेल से बाहर आए और मैंने उनसे बात की. पहले तो संजू नहीं माने लेकिन फिर मैंने और सुनील साहब ने बैठकर उन्हें समझाया तो वो माने. इस फिल्म ने संजय दत्त के करियर को नया मोड़ दिया था.'




शूटिंग के दौरान इमोशनल हो जाते थे सुनील दत्त


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय दत्त काफी समय बाद खुश दिखने लगे थे और सुनील दत्त को ये सब अच्छा लग रहा था. उन्होंने अपने बेटे को उस आरोप से बचाने के लिए बहुत मेहनत की लेकिन वो कई मामलों में खुद को हारा हुआ देख रहे थे. ऐसे में फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस उन दोनों के लिए नई ऊर्जा लेकर आई.




बताया जाता है कि शूटिंग के दौरान वो संजय के शॉट्स देखा करते थे और कभी-कभी इमोशनल हो जाते थे. संजय दत्त की बायोपिक में भी ये सब दिखाया गया और मेकर्स ने बताया था कि मुन्नाभाई के क्लाइमैक्स में संजू और सुनील दत्त गले लगकर रोते हैं तो डायरेक्टर के कट बोलने के बाद भी दोनों कुछ मिनट तक एक-दूसरे के गले लगकर रोते रहे.


क्यों हुई थी संजय दत्त को जेल?


साल 1993 में मुंबई में बैक टू बैक कई ब्लास्ट हुए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पुलिस की जांच चल रही थी तो संजय दत्त के घर से एके 47 और कुछ बारूद बरामद हुए थे. संजय दत्त को इस मामले में टाडा एक्ट भी लगा था, हालांकि बाद में ये हटा लिया गया और उन्हें 5 साल की सजा हुई थी. संजय दत्त ने कई साल पुणे के यरवदा जेल में काटे. संजय दत्त उन दिनों को बड़ी सीख मानकर आगे बढ़ गए.


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